आरक्षक ने बताया कि इंदौर शहर का माहौल कोरोना की वजह से दिन ब दिन खराब होता जा रहा था। इस वजह से उसने छुट्टी ले ली और 22 अप्रैल को गांव जाने का निर्णय लिया। फिर वह गुना स्थित गांव जाने को बाइक से ही निकल पड़ा। जानकारी के मुताबिक गांव पहुंचने के बाद वह छह दिनों तक सामान्य तरीके से रहा। 28 अप्रैल को स्वास्थ्य महकमा को उसके बाहर से आने की सूचना हाथ लगी। स्वास्थ्य विभाग के लोगों ने गांव पहुंचकर सिपाही को अस्पताल पहुंचाया।
वहां उसे आईसोलेशन में रखने के साथ सैंपल जांच को भेजा गया। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया। सिपाही कोरोना पाॅजिटिव निकला। आईसोलेशन में सिपाही करीब नौ दिनों से था। गुरुवार को रिपोर्ट आई। रिपोर्ट आने के बाद कलक्टर एस. विश्वनाथन और एसपी तरुण नायक देर रात जिला अस्पताल पहुंचे और सीएमएचओ से मामले की जानकारी ली।
उधर, डीआईजी अरविंद सक्सेना ने बताया कि आरक्षक 25वीं बटालियन का है। वह पिछले 18 दिन से अवकाश पर है। उसने तबीयत खराब होने की जानकारी दी थी, इस कारण उसे छुट्टी दे दी गई। इसने बाद में आने का कहा था, लेकिन हमने उससे कहा कि आराम करो।