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होशंगाबाद

रेलवे में नहीं लगने देंगे ईओटीटी मशीन, संरक्षा से होगा खिलवाड़

एआईजीसी सदस्यों ने मांगों को लेकर रेलवे में नहीं लगने देंगे ईओटीटी मशीन, संरक्षा से होगा खिलवाड़ सौंपा ज्ञापन

होशंगाबादOct 03, 2018 / 02:00 pm

yashwant janoriya

EOTT machine will not be allowed in railways

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इटारसी. ऑल इंडिया गार्ड काउंसिल के बैनर तले इटारसी ब्रांच के पदाधिकारियों और सदस्यों ने रेलमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन स्टेशन प्रबंधनक एसके जैन को सौंपा। ज्ञापन में गार्डों ने अपनी वेतन संबंधी मांगों के अलावा रेलवे में ईओटीटी मशीन लगाने का विरोध किया और आंदोलन की चेतावनी दी। एआईजीसी ने ईओटीटी मशीन को संरक्षा से खिलवाड़ बताया है। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष मोहम्मद असगर, इटारसी ब्रांच अध्यक्ष शरद सतपाल, सचिव नितिन गौर, देवेंद्र ङ्क्षसह पटेल, प्रताप पांडा, रवींद्र चौधरी, शशिचंद्र भूषण आदि मौजूद थे।
क्या है ईओटीटी मशीन – ईओटीटी मशीन एक डिवाइस है जिसका उपयोग रेलवे करने जा रही है। इस मशीन के लगने से ट्रेन के संचालन में गार्ड की भूमिका खत्म हो जाएगी। इस ईओटीटी मशीन को लेकर एआईजीसी संगठन विरोध कर रहा है। संगठन का कहना है कि मशीन लगने से रेलवे में गार्ड खत्म हो जाएंगे वहीं संरक्षा भी प्रभावित होगी। अभी दुर्घटना होने पर गार्ड मुख्यालय को सूचना देकर आवश्यकता सहायता की जानकारी देने के साथ ही दूसरी लाइन पर चलने वाली ट्रेन को भी सुरक्षित करने का काम करता है। दुर्घटना की स्थिति में ईओटीटी मशीन यह सब नहीं कर पाएगी जिससे जान-माल का ज्यादा नुकसान होगा।
यह रखीं मांगें – ४२00 ग्रेड पे के तहत वेतन भुगतान किया जाए।
-इनडोर कर्मचारी की तर्ज पर हमें भी वर्दी भत्ता दिया जाए।
-वर्ष १९८० की भल्ला कमेटी के अनुसार रनिंग अलाउंस दिया जाए।
-लाइन बॉक्स के हटाने का निर्णय वापस लिया जाए।
-वर्ष 2004 के पहले की पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए।

यूनियन ने कहा कर्मचारियों के लिए बनाएं नए रेल आवास
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन के पदाधिकारियों ने एईएन कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में इंजीनियरिंग विभाग, विद्युत लोको शेड एवं एसी लोको शेड के कर्मचारियों की समस्याएं रखीं और उनके निराकरण की मांग की। इस मौके पर मंडल कार्यकारी अध्यक्ष केके शुक्ला, इंजीनियरिंग सचिव एमके अग्रवाल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। यूनियन के सबसे महत्वपूर्ण मांगों में नए रेल आवासों के निर्माण की रही जिस पर यूनियन ज्यादा मुखर दिखी।
रनिंग स्टाफ की यह हैं मांगें
-रनिंग स्टाफ को वापसी के लिए ट्रेन उपलब्ध कराई जाए
-रनिंग स्टाफ के लिए स्टेशन पर साइकिल स्टेंड की अतिरिक्त जगह दी जाए।
-खंडवा रनिंग रूम में इटारसी डिपो के रनिंग स्टाफ को स्पेयर ड्यूटी में खाने की सुविधा दी जाए।
-पीएसएसएस कार्य करने पर मुख्यालय वापसी का अधिकार पत्र इटारसी में दिया जाए।
– प्लेटफॉर्म ४-५ व ६-७ के दोनों तरफ रनिंग स्टाफ के बैठने के लिए शेड की व्यवस्था।
इंजीनियरिंग विभाग की मांगें
-तीन बंगला, बारह बंगला व 18 बंगला की बदहाल सड़कों का निर्माण।
-नए रेलवे आवासों का निर्माण किया जाए।
-बानापुरा में 21 ट्रेकमैनों के काम करने का समय तय किया जाए।
-इंजीनियरिंग विभाग में पदोन्नति व रिक्त पद भरें जाएं।
-ट्रेकमैनों के लिए हर दो किमी पर शेड बनाएं जाएं।
विद्युत लोको शेड की मांगें
-एसी शेड में कर्मचारियों को वर्दी अथवा राशि का भुगतान हो।
-मेमू ट्रेन के लिए भोपाल जाने पर वहां पर मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं।
– एसी शेड, नयायार्ड रेलवे कॉलोनी, डीजल शेड में पेयजल व्यवस्था की जाए।
– टीआरडी विभाग में ड्यूटी समयानुसार कराई जाए।
डीजल शेड की मांगें
-डीजल शेड में विद्युत इंजनों के लिए दिए गए स्टाफ को प्रशिक्षण दिलाया जाए।
-कार्य के लिए पिट निर्माण और स्पेअर पाट्र्स की सुविधा दी जाए।
-सीएंडडब्ल्यू सिक साइडिंग में अप्रशिक्षित कर्मचारी से क्रेन ऑपरेट नहीं कराई जाए।

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