रेलवे ने इटारसी से पिपरिया के बीच विद्युतीकरण का काम लगभग पूरा कर लिया है। जनवरी २०१८ से इलेक्ट्रिक इंजन इटारसी-पिपरिया के बीच दौडऩे लगेंगे। ऐसे में नए इलेक्ट्रिक इंजन भी शेड में आएंगे। इंजनों की संख्या बढऩे और उनका समय पर मेंटनेंस हो सके। इसी उद्देश्य से डीजल शेड में भी इलेक्ट्रिक इंजन सुधारने का सेटअप तैयार किया जा रहा है।
३५० करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट : इटारसी से इलाहाबाद सेक्शन का विद्युतीकरण करने के लिए करीब ३५० करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इटारसी से जबलपुर के बीच बिजली लाइन का काम १३४ करोड़ रुपए से हो रहा है।
एक्सप्रेस ट्रेनों से जबलपुर जाने में लगने वाला समय : 3 घंटे
पैसेंजर ट्रेनों से लगने वाला समय : 6 घंटे
इलेक्ट्रिक इंजन लगने के बाद : लगभग आधा घंटा बचेगा
डीजल शेड
स्थापना : 1964
वर्तमान में लोको : 171
उपलब्धि : डीजल शेड को आईएसओ 9001-2000, आईएसओ 9001-2008, आईएसओ 14001-2004 से नवाजा जा चुका है।
इटारसी से जबलपुर की दूरी
241 किमी
इलेक्ट्रिफिकेशन हुआ
इटारसी से पिपरिया
इलेक्ट्रिफिकेशन की लंबाई
67 किमी
इलेक्ट्रिफिकेशन बाकी
पिपरिया से जबलपुर इटारसी से जबलपुर रेलखंड का विद्युतीकरण हो रहा है। ऐसे में नए इलेक्ट्रिक इंजन आएंगे। उनका मेंटनेंस समय पर हो सके। इसी वजह से डीजल शेड के कर्मचारियों की ट्रेनिंग हुई। डीजल शेड में भी इलेक्ट्रिक इंजन सुधारे जाएंगे।
गुंजन गुप्ता, सीपीआरओ जबलपुर