वृषभ राशि
ज्योतिष के अनुसार 24 सितंबर को मंगल वृषभ राशि के पांचवें भाव मे अस्त हो रहे हैं। इससे वृषभ राशि के लोगों के जीवन में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। माता-पिता के साथ किसी बात पर बहस हो सकती है और करियर में मनोकुल फल के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
मंगल ग्रह मिथुन राशि वालों के लिए छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब मंगल मिथुन राशि के चौथे भाव में अस्त हो रहे हैं। ऐसे में मिथुन राशि वालों को पारिवरिक समस्याएं झेलनी पड़ सकती है। इस समय आपको माता के स्वास्थ्य पर भी खर्च करना होगा। इसके अलावा अन्य खर्चों के लिए उधार लेने तक की नौबत आ सकती है।
मंगल ग्रह कर्क राशि के पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और तीसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके कारण कर्क राशि के लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। भाई-बहनों के साथ भी मनमुटाव हो सकता है। नौकरी में भी कोई दिक्कत हो सकती है। इस समय चंद्रमा की राशि के जातकों में आत्मविश्वास में कमी हो सकती है।
ज्योतिष के अनुसार मंगल सिंह राशि के चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और सिंह राशि के दूसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। मंगल अस्त की अवधि में सिंह राशि वाले लोगों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके चलते प्रेम संबंधों में दिक्कत आ सकती है। इस समय महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सावधानी बरतनी चाहिए।
मंगल ग्रह कन्या राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और कन्या राशि केपहले भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके कारण कन्या राशि वालों के जीवन पर गंभीर असर देखने को मिल सकता है। इस दौरान उन्हें अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। ऐसे लोग जो नौकरीपेशा हैं, उनके लिए यह अवधि चिंताजनक हो सकती है। आर्थिक लिहाज से भी आपके लिए कुछ परेशानी हो सकती है।
तुला राशि
मंगल ग्रह तुला राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और 12वें भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके कारण तुला राशि वालों को लव लाइफ में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आर्थिक दिक्कतों से भी रूबरू होना पड़ सकता है। काम को लेकर बार-बार यात्रा थकान देने वाली हो सकती है।
ज्योतिषियों के अनुसार वृश्चिक राशि मंगल ग्रह की ही राशि है और ये वृश्चिक राशि के ग्यारहवें भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके प्रभाव से वृश्चिक राशि के लोगों को मंगल अस्त अवधि में धन लाभ हो सकता है। हालांकि अधिक लाभ की भी गुंजाइश नहीं है। करियर में आगे बढ़ने में मौके नहीं मिलेंगे, और जातकों में दृढ़ता की कमी रहेगी।
मंगल ग्रह धनु राशि के पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं, जबकि मंगल धनु राशि के 10वें भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके प्रभाव से मंगल अस्त की अवधि में इस राशि के जातकों को करियर में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इस समय आर्थिक नुकसान भी हो सकता है, इसलिए किसी भी फैसले को लेने से पहले काफी सोच विचार करें।
मंगल ग्रह मकर राशि के चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और मंगल मकर राशि के नवम भाव में अस्त हो रहा है। इसके कारण मकर राशि वालों को इस अवधि में मिला जुला परिणाम देखने को मिल सकता है। इसके चलते करियर में बदलाव देखने को मिल सकता है। इसके कारण आर्थिक नुकसान हो सकता है।
मंगल ग्रह शनि की राशि कुंभ के तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है और मंगल ग्रह कुंभ राशि के आठवें भाव में अस्त हो रहा है। इसके कारण कुंभ राशि वाले लोगों को मिला जुला परिणाम मिलेगा। करियर के साथ ही रिलेशनशिप और आर्थिक स्थिति में भी तनाव देखने को मिल सकता है।
मंगल ग्रह गुरु ग्रह की राशि मीन के दूसरे और नवम भाव के स्वामी हैं और मंगल ग्रह मीन राशि के सातवें भाव में अस्त हो रहा है। इसका असर आर्थिक स्थिति के साथ बिजनेस पर भी देखने को मिल सकता है। इस अवधि में आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।