कालमेघ की पत्तियां: मलेरिया का रामबाण इलाज : Kalmegh leaves: A sure cure for malaria
मलेरिया (Malaria) से बचाव और इलाज के लिए आयुर्वेद में कुछ प्रभावी और सुरक्षित उपाय बताए गए हैं। मलेरिया (Malaria) के इलाज के लिए सबसे कारगर उपाय है कालमेघ की पत्तियों (Leaves of kalamegha) का रस। यह एक ऐसा उपाय है जो मलेरिया को पूरी तरह से खत्म कर सकता है। सुबह खाली पेट कालमेघ के पत्तों (Leaves of kalamegha) का रस निकालकर मलेरिया (Malaria) से पीड़ित व्यक्ति को पिलाने से कुछ ही दिनों में बुखार ठीक हो सकता है। हालांकि, इसका स्वाद बेहद कड़वा होता है, इसलिए इसे हल्के बुखार वाले लोगों को नहीं देना चाहिए, क्योंकि यह उल्टी का कारण बन सकता है।चिरायता और गिलोय: प्रकृति का वरदान : Chiraita and Giloy: A boon from nature
मलेरिया (Malaria) के इलाज में चिरायता और गिलोय भी अत्यंत लाभकारी माने जाते हैं। चिरायता की पत्तियों का रस निकालकर सेवन करने से मलेरिया में काफी आराम मिलता है। लेकिन, इसका उपयोग करते समय ध्यान रखना चाहिए कि चिरायता की तासीर ठंडी होती है, इसलिए जिन लोगों का शरीर सामान्यतः ठंडा रहता है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।