कोलेस्ट्रॉल में फैट यानि ऑयली चीजें, जंक फूड-प्रॉसेस्ड फूड को खाना सख्त मना होता है, लेकिन प्लांट बेस प्रोटीन खाने की सलाह दी जाती है। दाल शरीर जरूरी पोषक तत्व प्रदान करती हैं और इसमें मौजूद प्रोटीन गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ता है। तो चलिए जानें कि किन दो दाल में कोलेस्ट्राल को संतुलित करने का दम है।
मूंग-मसूर की दाल से कोलेस्ट्रॉल रहेगा कंट्रोल
बैड कोलेस्ट्रॉल को मूंग-मसूर की दाल के रोज सेवन से कम किया जा सकता है। मूंग मसूर की दाल का सेवन करेंगे तो हार्ट अटैक का रिस्क भी कम हो जाएगा, क्योंकि सभी जानते हैं कि जब बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाती है तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
बैड कोलेस्ट्रॉल को मूंग-मसूर की दाल के रोज सेवन से कम किया जा सकता है। मूंग मसूर की दाल का सेवन करेंगे तो हार्ट अटैक का रिस्क भी कम हो जाएगा, क्योंकि सभी जानते हैं कि जब बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो जाती है तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
जानिए कोलेस्ट्रॉल ही नहीं, डायबिटीज और इन बीमारियों में भी मूंग-मसूर है दवा समान 1. ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मूंग-मसूर की दाल काफी फायदेमंद होती है। मूंग और मसूर अलग-अलग या साथ में मिक्स कर के भी खाया जा सकता है।
2. जिनका हाजमा खराब रहता हो, या जिन्हें एसिडिटी और गैस ज्यादा बनती है उन्हें भी यही दाल खानी चाहिए। मूंग-मसूर की दाल में काफी प्रोटीन होता है, जिससे पाचनतंत्र भी मजबूत होता है।
3. मूंग-मसूर दाल में प्रोटीन के साथ-साथ फाइबर भी होता है, जिससे वेट कम करने में भी मदद मिलती है। 4. ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने में भी मूंग मसूर की दाल बहुत फायदेमंद होती है और साथ ही ये रेड ब्लड सेल्स का निर्माण भी करती है। इसलिए ये हार्ट से लेकर एनिमिया तक में फायदेमंद है।
तो अपनी डाइट से अरहर, उड़द या किसी अन्य दाल को हटा कर आप मूंग-मसूर को शामिल करें। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।