धतूरे की पत्तियों में औषधिय गुणा होते हैं। सीमित मात्रा में अगर धतूरे का प्रयोग किया जाए तो इसके बहुत से फायदे होते हैं। धतूरे में मौजूद औषधिय गुण घाव को ठीक करने से लेकर शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में भी बहुत कारगर हैं।
धतूरे की पत्तियों के फायदे
जोडों के दर्द और सूजन से राहत – जिन लोगों के जोड़ों में दर्द या सूजन की समस्या रहती है, उनके लिए धतूरे की पत्तियां बहुत काम की हैं। धतूरे की पत्तियों को पीस कर उसके रस को तिल के तेल में मिला लें। इसके बाद इसे जोड़ों पर मलें। चाहें तो इसकी पत्तियों पर घी लगाकर गर्म तवे पर रखें और प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे सूजन और दर्द दोनों से राहत मिलेगी।
गंजेपन की परेशानी करे दूर – अगर आपके बाल लगातार गिर रहे और गंजेपन की समस्या नजर आने लगी हो तो आपके लिए धतूरे की पत्तियां वरदान हैं। धतूरे की पत्तियों के रस को तिल के तेल में मिला कर रोज बालों में लगाना शुरू कर दें इससे बाल झड़ने भी रुकेंगे और बाल उगने भी शुरू हो जाएंगे।
जोडों के दर्द और सूजन से राहत – जिन लोगों के जोड़ों में दर्द या सूजन की समस्या रहती है, उनके लिए धतूरे की पत्तियां बहुत काम की हैं। धतूरे की पत्तियों को पीस कर उसके रस को तिल के तेल में मिला लें। इसके बाद इसे जोड़ों पर मलें। चाहें तो इसकी पत्तियों पर घी लगाकर गर्म तवे पर रखें और प्रभावित जगह पर लगाएं। इससे सूजन और दर्द दोनों से राहत मिलेगी।
गंजेपन की परेशानी करे दूर – अगर आपके बाल लगातार गिर रहे और गंजेपन की समस्या नजर आने लगी हो तो आपके लिए धतूरे की पत्तियां वरदान हैं। धतूरे की पत्तियों के रस को तिल के तेल में मिला कर रोज बालों में लगाना शुरू कर दें इससे बाल झड़ने भी रुकेंगे और बाल उगने भी शुरू हो जाएंगे।
घाव और जख्म करे ठीक – फोड़े-फुंसी और जख्म पर भी धतूरे की पत्तियां बहुत काम करती हैं। इसकी पत्तियों का रस जख्म को जल्दी भरने और फुंसियों को सूखा देता है। कान के दर्द से आराम – धतूरे की पत्तियां कान दर्द में भी काम आती हैं। इसकी पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण होते हैं। कान दर्द में इसकी पत्तियों का अर्क डालना बहुत आराम देता है।
बवासीर के मस्से सूखना- अगर बवासीर के परेशान हैं तो ये इसके इलाज में भी कारगर है। धतूरे के पत्ते और फूलों को जलाकर इसके धुएं से बवासीर के मस्सों की सिकाई की जाती है तो मस्से सूखने लगते हैं और दर्द से भी आराम मिलता है।
वीर्य को मजबूती देने वाला-जिन पुरुषों के वीर्य कमजोर हैं और कमजोरी की समस्या रहती है, उनके लिए धतूरा बहुत काम का है। इसके लिए लौंग और धूतरे के बीज को बराबर मात्रा में पीस लें और इसमें शहद मिलाकर मटर से भी छोटी गोलियां बना लें और रोज इसका सेवन सुबह करें।
दमा में लाभकारी- लोगों को दमा की शिकायत है उनके लिए धतूरा फायदेमंद है. इसे इस्तेमाल करने के लिए धतूरे को अपामार्ग और जवासा नामक जड़ी बूटी के साथ मिलाकर चूरन बना लें। अब रोजाना इसकी महक सूंघने से समस्या दूर हो जाएगी।
धतूरे का सेवन से पहले जान ले ये बात धतूरे की तासीर काफी गर्म होती है, इसलिए का सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। गलती से भी इसका अधिक सेवन कर लिया जाए तो ये जहर समान नुकसान पहुंचता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। धतूरे को खाने के लिए बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं करना है। यह जानलेवा भी हो सकता है।
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सभी जानकारियां सूचनात्मक उद्देश्य से लिखी गई हैं। इनमें से किसी भी सलाह पर अमल करने या किसी तरीके को अपनाने का फैसला आपका व्यक्तिगत निर्णय होगा। किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले कृपया किसी विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें।)