विटामिन ए और सी और फाइबर से भरा पपीता हड़्डियों की मजबूती के लिए भी काम करता है। पपीते में मौजूद पपैन एंजाइम कार्ब्स, फैट और प्रोटीन को तोड़ता है और पाचन शक्ति को मजबूत बनाता है। साथ ही ये यूरिक एसिड को भी कम करने का काम करता है। यूरिक एसिड का लेवल कम होने से हडि्डयों का क्षरण रुकता है और वे मजबूत होती हैं।
सेब में आयन से लेकर कैल्शियम और विटामिन सी भरा होता है। ये पोषक तत्व कोलेजन और हड्डियों के नए टिश्यू बनाने के लिए जरूरी हैं। इनके अलावा सेब में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं। यूरिक एसिड को कम करने के लिए सेब खाएं या एप्पल साइडर विनेगर को पीना शुरू कर दें।
रसीली लाल-लाल स्ट्रॉबेरी स्वाद ही नहीं, सेहत के लिए भी फायदेमंद है। एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर ये फल फ्री रैडिकल डैमेज के प्रभाव को कम करती हैं और विटामिन सी की अधिकता के चलते ये कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाती है और विटामिन डी के साथ मिलकर हड्डियों को मजबूती देती है। स्ट्रॉबेरीज में कैल्शियम, पोटेशियम, मैंगनीज और विटामिन सी जैसे तत्व पाए जाते हैं। ये सभी पोषक तत्व शरीर में नई हड्डियों का निर्माण करते हैं।
अनानास पोटैशियम से भरपूर होता है। पोटेशियम एसिड के भार को बेअसर करने में मदद कर सकता है और इस तरह हड्डियों से कैल्शियम की कमी को कम कर सकता है। इसके अलावा, अनानास कैल्शियम और विटामिन ए से भरपूर होता है। गर्म के दिनों में अनानास के ठंडे स्लाइस आपको तरोताजा कर देते हैं।
संतरे विटामान डी और सी से भरा होता है।कैल्शियम और विटामिन डी दोनों ही इस फल से मिलता है और ये तीनों ही चीजें यूरिक एसिड और हड्डियों के लिए बेस्ट होती हैं। रोजाना संतरे के जूस पीने से ऑस्टियोपोरोसिस से भी बचा जा सकता है। इसके अलावा यह विटामिन का भी भंडार है, इससे इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है।
पाचन को दुरुस्त रखने के अलावा केला मैग्नीशियम का भी अच्छा स्रोत है। यह पोषक तत्व हड्डी और दांतों की संरचना के विकास में एक अहम भूमिका निभाता है। इसलिए रोजाना एक केला खाने से कमजोर हड्डियों को ताकत मिलती है।
चाहे फल हो या जूस, कीवी में सबसे अधिक मात्रा में कैल्शियम होता है, लगभग 60 मिलीग्राम। यह हड्डियों की मजबूती, दांतों की संरचना को विकसित करने में मदद करता है और ऑस्टियोपोरोसिस को भी रोकता है।