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सीकर

गजब : राजस्थान का ऐसा सरकारी स्कूल जहां वाकई में मौज कर रहे चार शिक्षक

स्कृत स्कूल बैरी में शून्य नामांकन के बावजूद पिछले एक साल से दो विषय शिक्षक समेत तीन शिक्षक बैठे मौज उड़ा रहे हैं।

सीकरJul 20, 2016 / 10:50 am

vishwanath saini

जिले में संस्कृत स्कूल शिक्षा हाशिए पर है। कहीं शिक्षक बिना स्कूलों का परिणाम पूरी तरह बिगड़ गया है, तो दूसरी ओर बिना बच्चों की स्कूल में ही शिक्षकों की फौज बैठे मौज कर रही है। ऐसा ही एक मामला राजकीय श्रीरामनिवास मिश्रा प्रवेशिका संस्कृत स्कूल, लोसल व बैरी में सामने आया है।
लोसल स्कूल में प्रधानाध्यापक समेत चार विषय शिक्षकों के पद पिछले तीन साल से खाली है। जिसका नतीजा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा में इस बार 88 फीसदी बच्चों का फेल होने के रूप में सामने आया है। जबकि वहीं, संस्कृत स्कूल बैरी में शून्य नामांकन के बावजूद पिछले एक साल से दो विषय शिक्षक समेत तीन शिक्षक बैठे मौज उड़ा रहे हैं।
फिर भी वहां एक अंग्रेजी का विषय शिक्षक ओर नियुक्त कर दिया गया है। ऐसे में साफ है कि संस्कृत शिक्षा के मामले में सरकार व शिक्षा विभाग की अंधेरगर्दी बच्चों के भविष्य से किस कदर खिलवाड़ पर उतर आई है।
12 फीसदी पर सिमटा परिणाम


लोसल स्कूल तीन साल पहले माध्यमिक में क्रमोन्नत हुई है। तभी से यहां प्रधानाध्यापक समेत हिंदी, अंग्रेजी, गणित व सामाजिक विज्ञान के पद नहीं भरे गए हैं। नतीजा यह निकला माध्यमिक शिक्षा बोर्ड 10वीं परीक्षा में पिछले साल स्कूल का परिणाम जहां 35 फीसदी रहा।
वहीं, इस बार वह 12 फीसदी पर सिमट गया। इस बार स्कूल के 18 बच्चे पंजीकृत थे। जिनमें से अनुपस्थित एक बच्चे को निकाल दें तो बाकी 17 में से 15 बच्चे फेल हो गए। दो बच्चों में भी एक सैकंड व दूसरा थर्ड डिविजन से पास हो पाया है।
शून्य है नामांकन


प्रवेशिका संस्कृत स्कूल बैरी में पिछले कई साल से नामांकन की स्थित डावांडोल है। पिछले साल से तो एक भी बच्चे का प्रवेश यहां नहीं हुआ है। जिसके चलते वहां नियुक्त संस्कृत व विज्ञान के शिक्षक समेत एक ग्रेड थर्ड शिक्षक के पास कोई काम नहीं रह गया।
उन्हें जरुरत वाले स्कूल में लगाने के बजाय शिक्षा विभाग ने उसी स्कूल में डीपीसी के बाद अंग्रेजी का एक द्वितीय श्रेणी शिक्षक और लगा दिया है।

स्कूल में विषय शिक्षकों के पद खाली चल रहे हैं। जिसके चलते बोर्ड परीक्षा परिणाम पर असर पड़ा है।
गोविन्दराम बरकेशिया, प्रधानाचार्य, प्रवेशिका संस्कृत विधालय, लोसल

यह सही है कि राजकीय प्रवेशिका स्कूल में बैरी में चार शिक्षक शून्य नामांकन के बावजूद नियुक्त है। लेकिन, उन्हें दूसरी स्कूल में शिफ्ट करने के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है। उम्मीद है, जल्द ही कार्यवाही होगी।
किशन उपाध्याय, नोडल अधिकारी

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