कुछ लोग सोचते हैं कि फल तो हमारे लिए बहुत अच्छे होते हैं, तो उन्हें सुबह, दोपहर, शाम कभी भी खाया जा सकता है। परंतु यदि आयुर्वेद की मानें तो, फलों के सेवन का यदि पूरा लाभ उठाना है, तो इन्हें खाने का सही तरीका भी जान लीजिए…
• फलों का सेवन सुबह के समय हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। परंतु कुछ फल ऐसे हैं, जिन्हें हमें सुबह खाली पेट खाने से परहेज करना चाहिए। सिट्रिक फ्रूट्स यानि खट्टे फलों जैसी संतरा, मौसमी आदि को खाली पेट खाने से एसिडिटी बढ़ सकती है। इसलिए कभी भी ऐसे फलों का सेवन खाली पेट नहीं करना चाहिए।
• अपनी तासीर के अनुसार भी फलों का चयन आवश्यक होता है। गर्म तासीर वाले लोगों को आम और पपीते जैसे फलों का सेवन कम ही करना चाहिए। वहीं दूसरी ओर, अगर आपकी तासीर ठंडी है, तो अनानास, संतरा अथवा केले जैसे फलों का सेवन कम ही करें।
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• कुछ लोग खाने के साथ या तुरंत बाद फलों को खाना बढ़ा पसंद करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि भोजन से पहले या ठीक बाद में फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपको फल खाने हैं, तो भोजन करने के आधे घंटे पहले या आधे घंटे बाद में ही सेवन करें। अन्यथा आपको एसिडिटी अथवा पाचन संबंधी समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
• कुछ लोगों को दही में डालकर या दही के साथ फल खाने का शौक होता है। अगर आप भी उन लोगों में से एक हैं, जो स्वाद के लिए या स्वास्थ्यवर्धक समझकर फलों को दही या दूध के साथ खाते हैं, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह आपको फायदे की जगह सेहत संबंधी कई परेशानियां स्वास्थ्य दे सकता है।
• जिन लोगों को किडनी स्टोन की समस्या है, उनके लिए भी कुछ फल ऐसे हैं, जो नुकसानदायक हो सकते हैं। इसलिए कुछ भी खाने पीने अथवा फलों के सेवन से पहले चिकित्सक दे पूरी जानकारी प्राप्त कर लें। इसके अलावा यदि आप तरबूज खा रहे हैं, तो बेहतर होगा कि इसके साथ और कुछ न खाएं।