वर्तमान में लोग अपनी मॉडर्न सोच के दिखावे के चक्कर में सात्विक भोजन को महत्व ना देकर ना जाने क्या-क्या खाते रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे प्रतिदिन के भोजन का अहम हिस्सा रोटी खाने का सही समय और तरीका हमें बहुत सी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से बचा सकता है। तो आइए जानते हैं कि रोटी खाने का सही समय और तरीका क्या हो सकता है:
• अपनाएं सही तरीका
रोटी चाहे गेहूं की हो, चने की हो या अन्य किसी अनाज की, उसका भरपूर पोषण प्राप्त करने के लिए इसे सब्जी, कढ़ी, दही अथवा रायते में डुबोकर ही खाएं। क्योंकि अकेली केवल रोटी खाने से अनाज से जिंक अच्छी तरह अवशोषित नहीं हो पाता है।
• गेहूं की रोटी पर लगाएं पीनट बटर
पहले के समय में लोग रोटी पर खूब घी लगाकर खाते थे, मगर आजकल लोग स्लिम ट्रिम बने रहने के चक्कर में सादा रोटी खाना ही पसंद करते हैं। लेकिन जानकारी के लिए आपको बता दें, जब हम देसी घी या पीनट बटर को रोटी पर चुपड़कर खाते हैं, तो इससे हमारे शरीर को अच्छी मात्रा में एमिनो एसिड प्राप्त होता है। हमारे शरीर को उसी वक्त अमीनो एसिड की जरूरत होती है, जब हमारा शरीर प्रोटीन का संश्लेषण करता है। और क्योंकि गेहूं की रोटी में एमिनो एसिड कम होता है, जो कि पीनट बटर लगाकर खाने से पूरा हो जाता है और जिससे ये दोनों मिलकर संश्लेषण को अच्छा बनाते हैं। हालांकि मूंगफली के मक्खन को सेहत का पावर हाउस भी कहा गया है।
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• वजन घटाना हो तो
कुछ लोग तो अपना वजन घटाने के चक्कर में रोटी खाना ही बंद कर देते हैं। लेकिन लोग यह भूल जाते हैं कि, वजन घटाने के लिए रोटी खाना बंद कर देना नहीं, बल्कि यह जानना आवश्यक है कि आप कितनी रोटी खाएं। महिलाओं और पुरुषों के लिए रोटी खाने की मात्रा अलग-अलग होती है। उदाहरण के लिए, जो महिलाएं डाइट प्लान के अनुसार 1400 कैलोरीज लेना चाहती हैं, उन्हें 2 चपाती दोपहर में और 2 रात के भोजन में खानी चाहिए। इसके अलावा 1700 कैलोरीज वाले डाइट प्लान के अनुसार पुरुष 3 रोटी लंच में और 3 डिनर में खा सकते हैं।
• सही समय को ना भूलें
हालांकि हम में से अधिकतर लोग दोपहर और रात के भोजन में रोटी का सेवन करते हैं, परंतु विशेषज्ञों के अनुसार, रोटी को दिन में खाना अधिक बेहतर होता है। क्योंकि रोटी में मौजूद फाइबर इसके पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं। जब हम डिनर में रोटी खाते हैं, तो सोने के दौरान भी पाचन क्रिया चालू रहती है, जो हमारे शरीर के लिए सही नहीं है। दूसरी ओर, अगर हम दोपहर के भोजन में रोटी खाते हैं, तो दिनभर की शारीरिक गतिविधियों से इसका पाचन सही से हो जाता है।