2024 की थीम: पीठ दर्द और फिजियोथेरेपी का योगदान
इस वर्ष की थीम ‘लोअर बैक पेन और इसके प्रबंधन में फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) की भूमिका’ है। यह थीम पीठ दर्द की समस्याओं और उनके समाधान में फिजियोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है। पीठ दर्द, एक आम समस्या है जो जीवनशैली, गलत पोस्चर, या अधिक मेहनत के कारण उत्पन्न हो सकती है। फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) इस समस्या का प्रभावी समाधान प्रस्तुत करती है।फिजियोथेरेपी: दवाओं से मुक्त एक प्रभावी उपचार
फिजियोथेरेपी, पैरामेडिकल क्षेत्र का ऐसा हिस्सा है जो बिना दवाओं के शारीरिक समस्याओं का इलाज करने में सक्षम है। इसमें विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि इलेक्ट्रोथेरेपी, लेजर, माइक्रोवेव, और अल्ट्रासोनिक वेव्स। ये तकनीकें शारीरिक गतिविधियों को पुनर्स्थापित करने और दर्द को कम करने में मदद करती हैं। यह भी पढ़ें : गठिया, पीठ दर्द और स्ट्रोक के बाद रामबाण है यह थेरेपी, पुरानी बीमारियों को करती है छूमंतर
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस (World Physiotherapy Day) की शुरुआत 8 सितंबर 1996 को हुई थी। यह दिन फिजियोथेरेपी संगठन द्वारा मनाया जाता है, जो वैश्विक स्तर पर फिजियोथेरेपिस्टों का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिवस का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके महत्व को उजागर करना है। 1996 के बाद से, इस दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस का महत्व Significance of World Physiotherapy Day
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस (World Physiotherapy Day) की शुरुआत 8 सितंबर 1996 को हुई थी। यह दिन फिजियोथेरेपी संगठन द्वारा मनाया जाता है, जो वैश्विक स्तर पर फिजियोथेरेपिस्टों का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिवस का उद्देश्य फिजियोथेरेपी के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके महत्व को उजागर करना है। 1996 के बाद से, इस दिवस को बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।फिजियोथेरेपी के फायदे: साइड इफेक्ट्स का न्यूनतम प्रभाव
फिजियोथेरेपी (Physiotherapy) के उपचार के साइड इफेक्ट्स बहुत ही कम होते हैं। आजकल, खेलों में भी फिजियोथेरेपिस्ट की मांग बढ़ रही है, और भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के रिहैब में फिजियोथेरेपी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। खेलों के अलावा, आधुनिक जीवनशैली में भी फिजियोथेरेपिस्ट का महत्व बढ़ता जा रहा है।योग और रनिंग: फिजियोथेरेपिस्ट से सलाह लें
आजकल, योग और रनिंग जैसे व्यायाम लोकप्रिय हो गए हैं, लेकिन इन्हें बिना उचित सलाह के करना घुटनों और जोड़ो में दर्द का कारण बन सकता है। फिजियोथेरेपिस्ट (Physiotherapy) से सलाह लेकर व्यायाम करने से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं। इसके साथ ही, मोबाइल और कंप्यूटर का सीमित उपयोग और सही बॉडी पोस्चर बनाए रखने में भी फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह महत्वपूर्ण होती है। ‘(World Physiotherapy Day) ’ के अवसर पर हमें फिजियोथेरेपी की अहमियत और इसके लाभों को समझना चाहिए। सही मार्गदर्शन और उचित उपचार से हम पीठ दर्द और अन्य शारीरिक समस्याओं से निजात पा सकते हैं और एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।