स्वास्थ्य

Nutrients : यदि आप भी बैठे-बैठे करते हैं काम तो हो जाए सावधान, पोषक तत्वों की कमी से हो सकते हो आप परेशान

Nutrients : आज के तेज़-तर्रार और व्यस्त जीवन में, कॉरपोरेट पेशेवर अक्सर एक निश्चित स्थान पर कई घंटे बिताते हैं। यह स्थिर जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर आहार विकल्प पोषण संबंधी कमी का कारण बन सकते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

जयपुरSep 09, 2024 / 02:45 pm

Puneet Sharma

Nutrients

Nutrients : आज के तेज़-तर्रार और व्यस्त जीवन में, कॉरपोरेट पेशेवर अक्सर एक निश्चित स्थान पर कई घंटे बिताते हैं। यह स्थिर जीवनशैली और अस्वास्थ्यकर आहार विकल्प पोषण संबंधी कमी का कारण बन सकते हैं, जो समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए, यह जानना आवश्यक है कि गतिहीन कार्य करने वालों में किन पोषक तत्वों (Nutrients) की कमी सबसे अधिक होती है।

ये पोषक तत्व जो आप में हो सकते हैं कम Nutrients you may be low in

ओमेगा-3 फैटी एसिड

ओमेगा-3 की कमी से हृदय रोग और सूजन से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन बढ़ाने से व्यक्तियों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायता मिलती है। वसायुक्त मछलियाँ, जैसे सैल्मन, सार्डिन और ट्राउट, ओमेगा-3 के उत्कृष्ट स्रोत हैं और ये व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाने में मददगार होते हैं। अलसी के बीज भी ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत माने जाते हैं, जो मस्तिष्क और हृदय के स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ-साथ सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, सप्लीमेंट और न्यूट्रास्युटिकल्स भी प्रभावी विकल्प हो सकते हैं।
विटामिन डी

विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य, प्रतिरक्षा प्रणाली और मानसिक स्थिति के संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है। अधिकांश लोग इसे सूर्य की रोशनी से प्राप्त करते हैं, लेकिन जो लोग अधिकतर समय घर के अंदर बिताते हैं, उन्हें इसकी कमी का सामना करना पड़ सकता है। हाल के शोधों के अनुसार, लगभग 76% भारतीय विटामिन डी की कमी से ग्रसित हैं। जिन व्यक्तियों में यह कमी होती है, उन्हें मानसिक स्वास्थ्य समस्याएँ, थकान या हड्डियों की कमजोरी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
मैग्नीशियम

मैग्नीशियम हमारे मांसपेशियों, तंत्रिकाओं और ऊर्जा प्रणालियों के सही कार्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह नियमित रक्त शर्करा स्तर को बनाए रखने और हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में भी सहायक होता है। जो लोग सक्रिय जीवनशैली नहीं अपनाते, वे यदि पर्याप्त मात्रा में पत्तेदार हरी सब्जियाँ, मेवे और बीज नहीं खाते हैं, तो उन्हें मैग्नीशियम की कमी का सामना करना पड़ सकता है।

ऐसे पुरा करें इन पोषक तत्वों को Complete these nutrients like this

  • अपने भोजन में अधिक मात्रा में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और फलियाँ शामिल करने से फाइबर के सेवन को बढ़ाने में सहायता मिल सकती है।
  • सामान्य चीजें सहायता कर सकती हैं, जैसे सफेद ब्रेड के स्थान पर साबुत अनाज की ब्रेड का चयन करना या सलाद में बीन्स का समावेश करना। ये छोटे-छोटे परिवर्तन फाइबर की मात्रा को काफी बढ़ा सकते हैं।
  • लीन मीट, बीन्स, दाल, पालक और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन करने से शरीर में आयरन का स्तर बढ़ाने में सहायता मिल सकती है। आयरन की कमी के कारण होने वाले एनीमिया से ग्रसित व्यक्तियों के लिए आयरन सप्लीमेंट भी लाभकारी हो सकते हैं।
  • पशु और डेयरी उत्पाद, साथ ही अनाज और वैकल्पिक शाकाहारी, जैविक और प्राकृतिक विकल्प, किसी के आहार में फाइबर और विटामिन B12 के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

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