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Stroke : दिमाग के लिए खतरा बना वायु प्रदुषण, ब्रेन स्ट्रोक को लेकर क्या है लैंसेट का अध्ययन

Stroke : ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को लेकर लैंसेट ने जारी अध्ययन ने चौंका दिया है। स्टडी में पता चलता है कि इसका असर धुम्रपान के समान सामने आया है जो ब्रेन स्ट्रोक के लिए खतरा बन सकता है। यह तब होता है जब दिमाग और इसे कवर करने वाले ऊतकों के बीच खून की नसें

जयपुरSep 20, 2024 / 10:56 am

Puneet Sharma

What is Lancet’s study on brain stroke

Stroke : ब्रेन स्ट्रोक के खतरे को लेकर लैंसेट ने जारी अध्ययन ने चौंका दिया है। स्टडी में पता चलता है कि इसका असर धुम्रपान के समान सामने आया है जो ब्रेन स्ट्रोक के लिए खतरा बन सकता है। यह तब होता है जब दिमाग और इसे कवर करने वाले ऊतकों के बीच खून की नसें फट जाती हैं।
द लैंसेट न्यूरोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन कहता है कि दुनिया भर में स्ट्रोक या आघात लगने से और उससे संबंधित मौतों की घटनाएं काफी बढ़ रही हैं जिसके लिए वायु प्रदूषण, अधिक तापमान और उच्च रक्तचाप तथा शारीरिक निष्क्रियता जैसे चयापचय संबंधी खतरे जिम्मेवार हैं।

रिसर्च में कई देशों की टीम शामिल Teams from many countries are involved in the research

What is Lancet’s study on brain stroke
इस रिसर्च में भारत भी शामिल था और इसी के साथ अमेरिका, नयूजीलैंड, ब्राजील और यूएई के वैज्ञानिकों ने भी भाग लिया ​था। स्टडी में पता चला कि छोटे ठोस कण और तरल कण वायु में प्रदुषण का मुख्य हिस्सा है और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ावा दे रहे है।

ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से आ रहे है सामने Brain stroke cases are increasing rapidly

अध्ययन के परिणाम दर्शाते हैं कि वायु प्रदूषण ने पिछले 30 वर्षों में स्ट्रोक के मामलों और उससे होने वाली मृत्यु दर में महत्वपूर्ण वृद्धि में योगदान दिया है। वर्ष 2021 में नए स्ट्रोक से प्रभावित व्यक्तियों की संख्या एक करोड़ से अधिक हो गई, जो 1990 के बाद से 70 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा, स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों की संख्या 70 लाख से अधिक हो गई है, जिसमें 44 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।

स्ट्रोक के लिए जिम्मेदार कारक Factors responsible for stroke

इस अध्ययन में स्ट्रोक के लिए 23 जोखिम कारकों की पहचान की गई है। इनमें उच्च रक्तचाप, कणीय पदार्थ वायु प्रदूषण, धूम्रपान, उच्च कोलेस्ट्रॉल और घरेलू वायु प्रदूषण शामिल हैं। वाशिंगटन विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य मीट्रिक्स और मूल्यांकन संस्थान की डॉ. कैथरीन ओ. जॉनसन ने बताया कि इन कारकों से बचाव करके मस्तिष्क स्ट्रोक के जोखिम को 84 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

कैसे बचे स्ट्रोक से How to avoid a stroke

अध्ययन के सह-लेखक डॉ. जॉनसन ने यह सुझाव दिया है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए स्वच्छ वायु क्षेत्रों और सार्वजनिक धूम्रपान पर प्रतिबंध जैसे उपायों को अपनाना आवश्यक है। उन्होंने मोटापे और मेटाबॉलिक विकारों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
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