ओमेगा-3 फैटी एसिड- शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड सबसे जरूरी तत्व है। ओमेगा-3 फैटी एसिड का मुख्य सोर्स सैल्मन फिश होती है। अगर आप फिश नहीं खातीं तो इसका सप्लिमेंट भी ले सकती हैं। सैल्मन फिश और ऑएस्टर में आयोडीन खूब होत है और आयोडिन गर्भ में पल रहे बच्चे के मानिसक विकास के लिए बहुत जरूरी तत्व है।
ग्रीन वेजेस और पल्सेज़ –पालक, बथुआ, तरोई, भिंडी आदि में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड होता है। दालों में भी ये पाया जाता है और फोलिक एसिड बच्चे के शरीरिक संरचना ही नहीं, मानिसक संरचना के लिए भी जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियों और कुछ दालों को खाने से बच्चे के मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान नहीं पहुंचता है। सब्जियों में मौजूद फोलिक एसिड न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट के साथ ही शिशु को कई तरह के हार्ट डिफेक्ट से भी बचा सकता है।
दूध और बींस– गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क में नसों की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आयरन की जरूरत होती है। बींस में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। वहीं, पालक, अंजीर, चिकन और किशमिश में भी आयरन भरपूर होता है। वहीं, दूध शिशु के बौद्धिक कार्यों को बढ़ावा देता है और मस्तिष्क के विकास में मदद करता है।
प्रेग्नेंसी में खुद को फिट और एक्टिव रखें। टहलना और घर के काम करने भर से आपके अंदर शुद्ध ऑक्सीजन का प्रवाह होता रहेगा और ये ब्लड सर्कुलेशन के बढ़ने से होगा।