चिकित्सकों के मुताबिक इसका मुख्य कारण बच्चों का गलत खानपान है। शहर में चिकित्सकों के पास इलाज को आने वाले 20 फीसदी बच्चों में विटामिन बी12 (Vitamin B12) की कमी पाई जा रही है। इस विटामिन की कमी से बच्चों के बर्ताव में काफी बदलाव आने लगता है। वे अत्यधिक गुस्सैल, चिड़चिड़े हो जाते हैं।
14 % प्री प्राइमरी स्कूल के बच्चे और 31 फीसदी हायर क्लास के बच्चों में हो रही कमी
यह कहता सर्वे
हाल ही हुए क्लिनिकल एंड एक्सपेरिमेंटल पीडियाट्रिक्स के सर्वे के अनुसार 14 फीसदी प्री प्राइमरी स्कूल के बच्चे, 17 फीसदी सेकंडरी के बच्चे और 31 फीसदी हायर क्लास के बच्चों में विटामिन बी 12 (Vitamin B12) की कमी पाई गई है, जिससे कई बच्चों में एनीमिया के लक्षण भी पाए गए हैं। यह भी पढ़े – Vitamin B12 Deficiency: शरीर देता है ये 3 गुप्त संकेत, जानिए और करें दूर
कक्षा में नहीं कर पा रहे ध्यान केंद्रित Unable to concentrate in class
विटामिन बी12 (Vitamin B12) की कमी का असर बच्चों की न्यूरोलॉजिकल हेल्थ यानी ब्रेन पर पड़ता है। बच्चों में हमेशा थकान रहने और भूख कम लगने जैसी समस्याएं भी देखने को मिलती है। इस विटामिन की कमी से बच्चे आक्रोशित होते हैं, और चिड़चिड़े रहते हैं। हाथ-पैरों में दर्द व सूजन रहती है। वे क्लास में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते, उनकी एकाग्रता कम होती है और सोचने-समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। भूख कम लगने से बच्चों में कमजोरी आने लगती है। विटामिन बी12 (Vitamin B12) के शुरुआती लक्षणों को नजर अंदाज न करें और तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। पेरेंट्स बच्चों के खानपान पर विशेष ध्यान दें। हरी सब्जियां और सीजनल फ्रूट्स को डाइट में शामिल करें। -डॉ. अशोक गुप्ता, पूर्व अधीक्षक, जेके लोन अस्पताल
शहर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं
बजाज नगर निवासी एक महिला ने बताया कि उनकी बेटी 14 वर्ष की है। कई दिनों तक बीमार रहने पर टेस्ट कराया, तो पता चला कि विटामिन बी12 (Vitamin B12 Deficiency) की कमी है। इस वजह से उसे एनीमिया भी हो गया। अब डॉक्टर की सलाह पर इलाज ले रही हैं। मानसरोवर में रहने वाले 17 वर्षीय एक युवक ने बताया कि उनके हाथ और पैर में कई दिनों से काफी दर्द था। भूख भी कम लगती थी। जब जांच करवाई, तो विटामिन बी12 (Vitamin B12 Deficiency) की कमी आई। इस कारण वजन भी कम होने लगा और पेट संबंधी कई समस्याएं रहने लगी। फिलहाल डॉक्टर की सलाह पर इलाज चल रहा है।