वैरिकोज वेन्स स्किन की सतह के नीचे उभरी नजर आती हैं। नीली मकड़ी नुमा जाले की तरह नसें दिखती हैं। इन सूजी और मुड़ी हुई नसों को स्पाइडर वेन्स भी कहा जाता है। वैरिकोज वेन्स कई बार गंभीर समस्याओं का रूप ले लेती है। इसलिए इसके लक्षण पहचान कर समय रहते उपचार करना जरूरी है।
वैरिकोज वेन्स के लक्षण-symptoms of varicose veins 1. पैरों के पीछे पिंडलियों में गहरी बैंगनी या नीली दिखने वाली नसें। 2. रस्सियों की तरह दिखने वाली मुड़ी और सूजी हुई नसें। 3. पैरों में दर्द या भारीपन महसूस होना।
4. मांसपेशियों में ऐंठन और पैरों के निचले हिस्से में सूजन। 5. लंबे समय के लिए बैठे या खड़े होने के बाद दर्द होना। 6. नसों के आसपास खुजली होना। 7. घुटनों के पीछे नसों का तनना या दर्द होना
वैरिकाज़ वेन्स का कारण- Causes of varicose veins
हाई ब्लड प्रेशन, आरामदायक जीवनशैली, एक ही पोजिशन में बैठे या लेटे रहना इसका बड़ा कारण है। वैरिकोज वेन्स से बचाव- Treatment Of varicose veins
वेरिकोस वेन्स को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन उसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है ब्लड सर्कुलेशपन बढ़ाना और मांसपेशियों में लचीलापन लाना। इसके लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। टहलना या साइकिलिंग आदि करना बेस्ट होगा। वेट कम करने के साथ ही हाई हील को अवायड करना होगा। ज़्यादा फाइबर और कम नमक वाला खाना खाएं। लंबे समय तक बैठने की स्थिति में थोड़ी-थोड़ी देर की वॉक करते रहें।
हाई ब्लड प्रेशन, आरामदायक जीवनशैली, एक ही पोजिशन में बैठे या लेटे रहना इसका बड़ा कारण है। वैरिकोज वेन्स से बचाव- Treatment Of varicose veins
वेरिकोस वेन्स को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन उसे कंट्रोल में रखा जा सकता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है ब्लड सर्कुलेशपन बढ़ाना और मांसपेशियों में लचीलापन लाना। इसके लिए एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। टहलना या साइकिलिंग आदि करना बेस्ट होगा। वेट कम करने के साथ ही हाई हील को अवायड करना होगा। ज़्यादा फाइबर और कम नमक वाला खाना खाएं। लंबे समय तक बैठने की स्थिति में थोड़ी-थोड़ी देर की वॉक करते रहें।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।