अनियंत्रित डायबिटीज के वजह से मरीजों को हृदयरोग, रक्तचाप, स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। वही डायबिटीज के कारण कई बीमारियां अपने आप ही होती है, जिसमे बीपी और कोलेस्ट्राल का बढ़ना शामिल है। यही नहीं कई बार डायबिटीज के चलते ही किडनी की समस्याएं भी हो जाती हैं।
डायबिटीज को साइलेंट किलर की तरह होता है। यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो ब्लड में बढ़ते शुगर का लक्षण होते हैं।
डायबिटीज को साइलेंट किलर की तरह होता है। यहां आपको कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो ब्लड में बढ़ते शुगर का लक्षण होते हैं।
शरीर में दिखने लगे ऐसे बदलाव तो हो जाइए सचेत
त्वचा रूखी या धब्बेदार हो जाए
स्किन पर डायबिटीज का प्रभाव सबसे पहले नजर आता है। अगर आपकी स्किन अचानक ड्राई लगने लगे और उसमें खुजली या रैशेज निकलने लगे तो ये संकेत डायबिटीज के हो सकते हैं। अगर लंबे समय तक बिना वजह ऐसी दिक्कत दिखे तो अपने शुगर का टेस्ट जरूर करा लें। कई बार कोहनी, घुटना, ग्रोइन, गर्दन या फिर आर्मपिट में कुछ धब्बे भी हो जाते हैं जो डायबिटीज का ही लक्षण होते हैं।
लाल, पीले अथवा भूरे पैच
शरीर में लाल, पीले या भूरे रंग के पैचेज नजर आने लगें तो ये शुगर का बढ़ता लक्षण होता है। ये धब्बे नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका कहे जाते हैं। इसमें पिंपल की तरह एक सॉलिड लंप होता है जो बाद में पैच की तरह नजर आता है। इससे स्किन में सूजन भी आ जाती है और कई बार खुजली और दर्द हो सकता है।
त्वचा रूखी या धब्बेदार हो जाए
स्किन पर डायबिटीज का प्रभाव सबसे पहले नजर आता है। अगर आपकी स्किन अचानक ड्राई लगने लगे और उसमें खुजली या रैशेज निकलने लगे तो ये संकेत डायबिटीज के हो सकते हैं। अगर लंबे समय तक बिना वजह ऐसी दिक्कत दिखे तो अपने शुगर का टेस्ट जरूर करा लें। कई बार कोहनी, घुटना, ग्रोइन, गर्दन या फिर आर्मपिट में कुछ धब्बे भी हो जाते हैं जो डायबिटीज का ही लक्षण होते हैं।
लाल, पीले अथवा भूरे पैच
शरीर में लाल, पीले या भूरे रंग के पैचेज नजर आने लगें तो ये शुगर का बढ़ता लक्षण होता है। ये धब्बे नेक्रोबायोसिस लिपोइडिका कहे जाते हैं। इसमें पिंपल की तरह एक सॉलिड लंप होता है जो बाद में पैच की तरह नजर आता है। इससे स्किन में सूजन भी आ जाती है और कई बार खुजली और दर्द हो सकता है।
स्किन लेयर का मोटा होना
अगर उंगलियों की नर्म स्किन अचान से मोटी लगे तो शुगर बढ़ने का ही लक्षण होता है। ऐसा डिजिटल स्क्लेरोसिस के कारण हो सकता है। इस स्थिति में हाथ और उंगलियों के आसपास स्किन टाइट और मोम की परत जैसी नजर आने लगती है।
पैरों में समस्याएं
पैरों में सूजन का होना भी डायबिटीज का ही लक्षण होता है। इसके अलावा कई बार पैरों में घाव भी खूब होते हैं। ये घाव यदि ठीक होने में बहुत वक्त लें तो समझ लें कि ब्लड में शुगर का लेवल बहुत बढ़ा हुआ है। कई बार तलवे या फिर पंजों के आसपास जलन या फंगल एंफेक्शन का होना भी डायबिटीज का लक्षण होता है।
अगर उंगलियों की नर्म स्किन अचान से मोटी लगे तो शुगर बढ़ने का ही लक्षण होता है। ऐसा डिजिटल स्क्लेरोसिस के कारण हो सकता है। इस स्थिति में हाथ और उंगलियों के आसपास स्किन टाइट और मोम की परत जैसी नजर आने लगती है।
पैरों में समस्याएं
पैरों में सूजन का होना भी डायबिटीज का ही लक्षण होता है। इसके अलावा कई बार पैरों में घाव भी खूब होते हैं। ये घाव यदि ठीक होने में बहुत वक्त लें तो समझ लें कि ब्लड में शुगर का लेवल बहुत बढ़ा हुआ है। कई बार तलवे या फिर पंजों के आसपास जलन या फंगल एंफेक्शन का होना भी डायबिटीज का लक्षण होता है।
बार-बार प्यास लगना
अगर आपको बार-बार प्यास लग रही है तो ये भी शुगर के लेवल का बढ़ना दर्शाता है। डायबिटी में बहुत जल्दी-जल्दी प्यास लगना आम समस्या है।
यूरिन का जल्दी-जल्दी आना
अगर आपको यूरिन जल्दी-जल्दी आती है तो भी डायबिटीज का ही लक्षण है। रात में अगर आप दो बार से ज्यादा यूरिन पास करते हैं तो ये संकेत पक्का डायबिटीज का है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
अगर आपको बार-बार प्यास लग रही है तो ये भी शुगर के लेवल का बढ़ना दर्शाता है। डायबिटी में बहुत जल्दी-जल्दी प्यास लगना आम समस्या है।
यूरिन का जल्दी-जल्दी आना
अगर आपको यूरिन जल्दी-जल्दी आती है तो भी डायबिटीज का ही लक्षण है। रात में अगर आप दो बार से ज्यादा यूरिन पास करते हैं तो ये संकेत पक्का डायबिटीज का है।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)