शकरकंद खाने को लेकर आयुर्वेद के विचार : Ayurveda’s views on eating sweet potatoes
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आयुर्वेद में डायबिटीज (Sweet potatoes in diabetes) के मरीजों के लिए शकरकंद को खाना बताया गया है लेकिन एक सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। शकरकंद खाने से बॉडी में इंसलिन लेवल बैलेंस रहता है। इससे हम ब्लड में ग्लकोज की मात्रा को भी कम रख सकते हैं ये उसमें भी फायदेमंद हो सकती है।NCBI की रिपोर्ट का क्या है कहना : Sweet potatoes in diabetes
कुछ समय पहले नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नॉलजी इंफॉर्मेशन (NCBI) द्वारा प्रकाशित एक शोध पत्र में यह बताया गया कि प्राकृतिक रूप से मीठे स्वाद वाली शकरकंद डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकती है। इस शोध के अनुसार, शकरकंद में कुछ फ्लेवोनॉइड्स होते हैं जो रक्त में शुगर के स्तर को बढ़ने से रोकते हैं। इसमें यह सुझाव दिया गया है कि शकरकंद का सेवन सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए ताकि इसके सभी लाभों का पूरा लाभ उठाया जा सके।कैसे करें डायबिटीज में शकरकंद का सेवन : How to consume sweet potato in diabetes
शकरकंद (Sweet potatoes in diabetes) का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (Glycemic index) इसके पकाने के तरीके के अनुसार बदलता है। इसलिए, शकरकंद का सेवन करने से पहले इसे सही तरीके से पकाना आवश्यक है। इसके अलावा, शकरकंद खाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपका ब्लड शुगर लेवल उच्च न हो। डायबिटीज में यदि आप भुनी हुई शकरकंद खा रहे हैं तो आधी शकरकंद या 50 ग्राम से अधिक शकरकंद नहीं खानी चाहिए। शकरकंद को 30 मिनट तक उबालेंने के बाद ही खाएं।
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