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क्या सीजनल डिप्रेशन सच है? सर्दियों में मन उदास होने के पीछे की कहानी

सर्दियों में कई लोगों को अजीब थकान और हताशा महसूस होती है। मन उदास रहता है, काम करने का मन नहीं करता और मौज-मस्ती का तो दूर का सवाल ही है। लगता है जैसे जिंदगी खामोश हो गई है। क्या ये सिर्फ सर्दी का असर है या फिर कुछ और है?

Dec 25, 2023 / 11:41 am

Manoj Kumar

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Sunrise, Not Sunset: Unmasking the Real Culprits of Seasonal Sadness

सर्दियों में कई लोगों को अजीब थकान और हताशा महसूस होती है। मन उदास रहता है, काम करने का मन नहीं करता और मौज-मस्ती का तो दूर का सवाल ही है। लगता है जैसे जिंदगी खामोश हो गई है। क्या ये सिर्फ सर्दी का असर है या फिर कुछ और है?
दरअसल, सर्दियों में मन का उदास होना एक आम समस्या है, जिसे सीजनल अफेक्टिव डिसॉर्डर (SAD) कहते हैं। ये एक तरह का डिप्रेशन है, जो सर्दियों के महीनों में ज्यादा होता है और वसंत के आते ही कम हो जाता है।
इसका कारण ठीक-ठीक पता नहीं है, लेकिन कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:

कम रोशनी: सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और रोशनी कम मिलती है। इससे शरीर में विटामिन डी का उत्पादन कम हो जाता है, जो मूड को प्रभावित कर सकता है।
जीवनशैली में बदलाव: सर्दियों में लोग कम बाहर निकलते हैं और ज्यादा समय घर के अंदर बिताते हैं। इससे सामाजिक संपर्क कम हो जाता है और अकेलापन महसूस हो सकता है।
शारीरिक कमजोरी: सर्दियों में शरीर कम सक्रिय होता है और इससे भी थकान और उदास महसूस हो सकता है।
हालांकि ये सब सिर्फ सर्दी का असर नहीं है। दुनिया के कई खुशहाल देशों में भी सर्दियां होती हैं, लेकिन वहां के लोग उतने उदास नहीं होते। इसका मतलब है कि सीजनल डिप्रेशन और भी कई चीजों पर निर्भर करता है, जैसे:
सामाजिक सुरक्षा: जिन देशों में लोगों को स्वास्थ्य सेवा और बुनियादी सुविधाएं आसानी से मिलती हैं, वहां के लोग ज्यादा खुश रहते हैं।
सामाजिक संबंध: मजबूत सामाजिक संबंध किसी भी मुश्किल समय में सहारा देते हैं और मूड को अच्छा रखते हैं।
जीवनशैली: नियमित व्यायाम, स्वस्थ आहार और सकारात्मक सोच भी मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
तो, अगर आपको सर्दियों में मन उदास होता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ आसान चीजें करके आप अपने मूड को बेहतर बना सकते हैं:
सूर्य का प्रकाश: दिन के समय कम से कम 20 मिनट बाहर धूप में जरूर बैठें। इससे विटामिन डी का उत्पादन बढ़ेगा और मूड भी अच्छा होगा।
शारीरिक गतिविधि: नियमित रूप से व्यायाम करें। चाहे वह सिर्फ टहलना ही हो, लेकिन इससे शरीर और दिमाग दोनों को फायदा होगा।
सामाजिक संपर्क: दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं। उनके साथ बातचीत करने से आप अकेलापन महसूस नहीं करेंगे।
स्वस्थ आहार: पौष्टिक आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों। इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और मूड भी अच्छा रहेगा।
पर्याप्त नींद: रात में कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। नींद की कमी भी मूड को खराब कर सकती है।
रिलैक्सेशन तकनीक: तनाव को कम करने के लिए योगा, ध्यान या मेडिटेशन का अभ्यास करें।
अगर आप इन चीजों को करने के बाद भी ठीक नहीं महसूस करते हैं, तो डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको जरूरी उपचार दे सकते हैं।
याद रखें, सर्दी का मौसम सिर्फ कुछ महीनों का होता है। थोड़ा सा ध्यान रखने से आप इस समय को भी खुशी से बिता सकते हैं।

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