अचानक कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर Sudden cardiac arrest and heart attack
अचानक कार्डियक अरेस्ट (Sudden Cardiac Arrest) और हार्ट अटैक को अक्सर एक जैसा समझ लिया जाता है, जबकि ये दोनों अलग-अलग स्थितियां हैं। कार्डियक अरेस्ट: यह तब होता है जब दिल की विद्युत प्रणाली में गड़बड़ी आ जाती है, जिससे दिल धड़कना बंद कर देता है। हार्ट अटैक: यह रक्त प्रवाह अवरोध के कारण होता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है।
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Sudden Cardiac Arrest : स्वस्थ लोगों में अचानक कार्डियक अरेस्ट क्यों होता है?
विद्युत प्रणाली की गड़बड़ी
दिल की धड़कन को नियंत्रित करने वाली विद्युत प्रणाली में समस्या आने पर अनियमित धड़कनें (Arrhythmias) हो सकती हैं। सबसे सामान्य प्रकार: वेंट्रिकुलर फिब्रिलेशन, जिसमें दिल की निचली चेंबर्स खून को पंप करने के बजाय कांपने लगती हैं। यह समस्या बिना किसी ज्ञात हृदय रोग के भी हो सकती है।
लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम: यह एक अनुवांशिक विकार है जो दिल की विद्युत प्रणाली को प्रभावित करता है।
अत्यधिक शारीरिक exertion
एथलीट्स या अत्यधिक शारीरिक मेहनत करने वालों में अगर कोई छुपा हुआ हृदय रोग हो, तो यह दिल के लिए घातक हो सकता है।
अज्ञात हृदय स्थितियां
हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी (HCM): इसमें दिल की मांसपेशी असामान्य रूप से मोटी हो जाती है।लॉन्ग क्यूटी सिंड्रोम: यह एक अनुवांशिक विकार है जो दिल की विद्युत प्रणाली को प्रभावित करता है।
अत्यधिक शारीरिक exertion
एथलीट्स या अत्यधिक शारीरिक मेहनत करने वालों में अगर कोई छुपा हुआ हृदय रोग हो, तो यह दिल के लिए घातक हो सकता है।
इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
पोटैशियम, मैग्नीशियम, या कैल्शियम जैसे तत्वों का असामान्य स्तर दिल की धड़कन को प्रभावित कर सकता है। यह भी पढ़ें : Makhana or Peanuts : वजन घटाने के लिए में से कौन सा स्नैक बेहतर है?अनुवांशिक कारक
यदि परिवार में किसी को अचानक कार्डियक अरेस्ट का इतिहास रहा हो, तो यह अगली पीढ़ी में भी जोखिम बढ़ा सकता है।संक्रमण
मायोकार्डिटिस (दिल की मांसपेशियों में सूजन) भी अचानक कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है।जोखिम कम करने के उपाय
नियमित स्वास्थ्य जांच
नियमित रूप से ECG और इकोकार्डियोग्राम जैसी जांच करवाने से हृदय की शुरुआती समस्याओं का पता लगाया जा सकता है।हृदय-स्वस्थ जीवनशैली
संतुलित आहार लें।नियमित व्यायाम करें।
वजन को संतुलित रखें।
तनाव प्रबंधन
योग, मेडिटेशन, और हल्की शारीरिक गतिविधियों से तनाव कम किया जा सकता है, जो दिल के लिए फायदेमंद है।
परिवार के इतिहास की जानकारी रखें
यदि परिवार में हृदय रोग या अचानक कार्डियक अरेस्ट का इतिहास हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें और आवश्यक जांच करवाएं।सीपीआर और एईडी का ज्ञान
कार्डियक आपातकाल की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया से जीवन बचाया जा सकता है। सीपीआर (CPR) और ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर (AED) का उपयोग करना सीखें।चेतावनी संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें
सीने में दर्दचक्कर आना
दिल की अनियमित धड़कन
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह भी पढ़ें : Almonds से भी ज्यादा ताकतवर है मखाना, मिलते हैं अनगिनत फायदे
दिल को बचाना है जरूरी
अचानक कार्डियक अरेस्ट भले ही बिना चेतावनी के हो सकता है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर, नियमित जांच करवाकर, और आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयार रहकर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है।जैसा कि डॉ. विक्रांत खेस कहते हैं, “रोकथाम और समय पर हस्तक्षेप ही आपके दिल को सुरक्षित रखने की कुंजी है।”