डायबिटीज बचने के उपाय : Ways to avoid diabetes
फिजिकल एक्टिविटीज करें रोजाना चलना, योग करना, साइकिल चलाना या जिम जाना आवश्यक है। शारीरिक गतिविधियों से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है और शरीर में इंसुलिन का स्तर भी बढ़ता है। हेल्दी डाइट जरूरी डायबिटीज (Diabetes) से बचने के लिए अपनी आहार पर ध्यान देना आवश्यक है। आपको अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जो कम कैलोरी वाले हों। फलों, हरी सब्जियों और साबुत अनाज को अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद रहेगा। इसके साथ ही, तली-भुनी चीजों से दूर रहना चाहिए।
शराब का सेवन नहीं करें शराब और धूम्रपान की आदतों को तुरंत छोड़ दें। अन्यथा, आपको डायबिटीज (Diabetes) जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप इनसे दूर रहेंगे, तो आप स्वस्थ जीवन जी सकेंगे।
तनाव से बचे तनाव को कम करने के लिए आप ध्यान और गहरी सांस लेने का अभ्यास कर सकते हैं। इसके अलावा, अपनी रुचियों पर ध्यान केंद्रित करना भी सहायक हो सकता है। पर्याप्त आठ घंटे की नींद लेने से आप इस समस्या से बच सकते हैं।
क्या है युवाओं में डायबिटीज बढ़ने का कारण : What is the reason for increasing diabetes among youth
- ऑफिस में लंबे समय तक बैठकर स्क्रीन पर काम करना और शारीरिक गतिविधियों की कमी डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाता है। इससे शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध बढ़ता है, जिससे यह बीमारी आपको प्रभावित कर सकती है।
- युवाओं में नींद की कमी एक सामान्य समस्या बन गई है। जब आप आठ घंटे की पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो यह शरीर के मेटाबॉलिज्म पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
- जंक फूड का बढ़ता चलन युवाओं को बीमार कर रहा है। ये अधिक कैलोरी, चीनी और हानिकारक वसा से भरे होते हैं, जो वजन बढ़ाने और रक्त शर्करा को असंतुलित करने में सहायक होते हैं।
- तनाव भी युवाओं को मधुमेह जैसी बीमारियों का शिकार बना रहा है। वास्तव में, तनाव हार्मोन रक्त शर्करा के स्तर को असंतुलित कर देता है, जिससे इस बीमारी का खतरा बढ़ता है।
- अधिकांश युवा शराब और धूम्रपान को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना चुके हैं, जो डायबिटीज के जोखिम को और बढ़ाते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।