अगर आपको थायरॉइड की समस्या है। विशेष रूप से अगर आपको हाइपोथायरॉइड है तो ऐसे में मूंगफली का सेवन करने से आपका टीएसएच लेवल बढ़ सकता है। इसलिए आपको मूंगफली नहीं खानी चाहिए। अगर आप मूंगफली खाना भी चाहते हैं तो इसे बेहद सीमित मात्रा में खाएं। साथ ही दवाई और मूंगफली खाने के बीच कम से कम 6 घंटे का गैप अवश्य रखें।
अगर आपको प्रोटीन से एलर्जी है तो मूंगफली आपके लिए नहीं। लिवर समस्या-Liver problem
जिन लोगों को लिवर से संबंधित समस्या रहती है, वह मूंगफली का सेवन कर सकते हैं, लेकिन उन्हें इसे बहुत अधिक नहीं खाना चाहिए। दरअसल, पीनट्स में ऐसे कुछ तत्व होते हैं, जो आपके लिवर पर कई तरह के विपरीत प्रभाव डाल सकते हैं। विशेष रूप से, पहले से ही लिवर प्रॉब्लम से जूझ रहे लोगों को इसका अधिक मात्रा में सेवन करना हानिकारक साबित हो सकता है।
आर्थराइटिस या ज्वाइंट पेन की समस्या से जूझ रहे लोगों को मूंगफली खाने से परहेज करना चाहिए। इसमें लेक्टिन होता है जो दर्द या सूजन को कई गुना बढ़ा सकता है। अधिक वजन वाले लोग-Obesity
अगर आपका वजन बहुत अधिक है और आप अपना वेट लॉस करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको मूंगफली का सेवन बेहद ही लिमिटेड मात्रा में करना चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि मूंगफली में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह सच है कि मूंगफली में कई तरह के विटामिन, मिनरल्स और ओमेगा-3 होता है। लेकिन इसमें कैलोरी काउंट भी अधिक होता है। ऐसे में इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपको वेट लॉस करने में प्रॉब्लम हो सकती है।
अधिक मात्रा में मूंगफली का सेवन करने से पाचन खराब हो सकता है, जिसके कारण कब्ज, गैस, एसिडिटी और सीने में जलन जैसी पेट की कई समस्याएं हो सकती हैं। मूंगफली खाते समय इन बातों का रखें ध्यान-keep these things in mind while eating peanuts
आज के समय में लोग मार्केट में पहले से ही छिली हुई मूंगफली को खरीदकर खाते हैं। लेकिन इसमें स्वाद को बेहतर बनाने के लिए नमक का भी इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण आप मूंगफली के साथ-साथ नमक का भी अधिक सेवन कर लेते हैं। ऐसे में लोगों को हाई बीपी, वाटर रिंटेशन, हार्ट प्रॉब्लम्स आदि समस्या हो जाती है। लेकिन अगर आप इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो नमक वाली मूंगफली का अधिक सेवन करने से बचें।