स्वास्थ्य

सुबह-सुबह चाय नहीं, अब देसी मिठास बनाएगी आपको एनर्जेटिक

Side effects of coffee and tea : हर मौसम के अनुसार खान-पान और दिनचर्या में बदलाव, आयुर्वेद के अनुसार, शरीर को स्वस्थ और मजबूत बनाए रख सकता है। चाय और कॉफी जैसी चीज़ों से परहेज करते हुए, प्राकृतिक विकल्पों जैसे गुड़, पेठा या फल से दिन की शुरुआत करना बेहतर माना जाता है, जिससे शरीर का संतुलन बना रहता है और लंबी अवधि में स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव होता है।

जयपुरSep 26, 2024 / 04:23 pm

Manoj Kumar

Say Goodbye to Morning Tea and Coffee

Side effects of coffee and tea : सुबह की शुरुआत कैसे की जाए, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है जो हमारे सेहत पर गहरा असर डालता है। अधिकतर लोग चाय या कॉफी (Coffee and Tea) के बिना अपनी सुबह की कल्पना भी नहीं कर सकते। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये आदत आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है? आयुर्वेद और आधुनिक शोध के अनुसार, सुबह-सुबह चाय या कॉफी (Coffee and Tea) से परहेज करना आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है। इसके बजाय, शुद्ध देसी मिठास जैसे गुड़ और पेठा से अपने दिन की शुरुआत करें।

दिन की शुरुआत मिठे से करें Start your day with something sweet

आयुर्वेद, जो भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, शरीर और मन के बीच संतुलन बनाए रखने पर जोर देती है। वैद्य एसके राय बताते हैं कि सुबह सबसे पहले मीठे का सेवन आपके पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और वात दोष को संतुलित करता है। इसका मतलब है कि सुबह गुड़ या पेठा जैसे प्राकृतिक और देसी मिठाई का सेवन शारीरिक और मानसिक समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है।

चाय और कॉफी से होने वाले नुकसान Side effects of coffee and tea

चाय और कॉफी (Coffee and Tea) में मौजूद कैफीन आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह आपके पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ा सकता है और पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही, सुबह की चाय और कॉफी (Coffee and Tea) पोषक तत्वों के अवशोषण में भी बाधा डालते हैं, जिससे शरीर को सही पोषण नहीं मिल पाता। ICMR (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, खाने से एक घंटे पहले और बाद में चाय और कॉफी (Coffee and Tea)से बचना चाहिए, क्योंकि यह आयरन के अवशोषण को प्रभावित करता है और एनीमिया का खतरा बढ़ाता है।

प्राकृतिक मिठास: गुड़ और पेठा

चाय और कॉफी (Coffee and Tea) को छोड़कर अगर आप अपनी सुबह की शुरुआत गुड़ या पेठा से करें, तो यह न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि आपकी ऊर्जा को भी बढ़ावा देता है। गुड़ में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखती है और ऊर्जा के निरंतर स्रोत के रूप में काम करती है। वहीं पेठा न केवल मिठास का स्रोत है, बल्कि यह शरीर के वात संतुलन में भी मदद करता है।

तली-भुनी चीज़ों का सेवन, पर संभलकर

बरसात का मौसम है और चाय के साथ पकौड़े खाने की तलब होना स्वाभाविक है। आयुर्वेद कहता है कि तले-भुने पकवानों का सेवन किया जा सकता है, पर इसमें देसी घी का उपयोग करना चाहिए। देसी घी से बने पकौड़े या अन्य तली चीज़ें आपके शरीर के लिए कम हानिकारक होती हैं और इससे शरीर में आने वाली वात, पित्त और कफ जैसी समस्याओं से बचाव होता है।

Side effects of coffee and tea : चाय और कॉफी का स्थान शुद्ध देसी पेय को दें

अगर आपको चाय या कॉफी (Coffee and Tea) की आदत है, तो इसे धीरे-धीरे देसी पेय जैसे कि अदरक की चाय, ताजा नींबू पानी, या मसाला दूध से बदलें। यह आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगा और साथ ही आपको अधिक स्फूर्ति और ऊर्जा महसूस होगी।

आदतों को बदलें, सेहत पाएं

चाय और कॉफी (Coffee and Tea) से सुबह की शुरुआत करने की जगह अगर आप शुद्ध देसी मिठास और पेय को अपनी आदत बनाते हैं, तो इससे न केवल आप दिनभर तरोताजा महसूस करेंगे, बल्कि लम्बे समय तक स्वस्थ भी रहेंगे। आयुर्वेद के अनुसार जीवन जीने की यह साधारण और प्राकृतिक शैली आपको किसी भी तरह की मानसिक और शारीरिक बीमारियों से दूर रखने में मदद कर सकती है।

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