मोटापे की बात करें तो बॉडी में बहुत ही ज्यादा मात्रा में और असामान्य तरीके से वसा के बढ़ने या जमा होने के कारण आपको मोटापे के जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में जमा हुआ ये फैट न केवल शरीर के शेप को बिगाड़ता है बल्कि इसके होने से कई सारी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। डब्लूएचओ के अनुसार, जब भी किसी व्यक्ति के शरीर में बॉडी मास इंडेक्स यानी बीमआई 25 से ज्यादा होता है तो ये ओबेसिटी यानी ओवरवेट या मोटापा कहलाता है। वहीँ आजकल कि लाइफस्टाइल और खान-पान को देखते हुए आजकल ओवरवेट और ओबेसिटी के जैसी समस्याएं बहुत ही तेजी से बढ़ रहीं हैं।
-हाई ब्लड प्रेशर
-डायबिटीज
-हार्ट से जुड़ी समस्याएं
-स्टोक मोटापे से संबंधित खतरे- मोटापे के कारण हड्डियों की समस्या
मोटापा बढ़ने से कई लोगों में हड्डियों की समस्या अधिक बढ़ जाती है। मोटापा आपके शरीर में अक्सर घुटने,कूल्हे या पीठ को ज्यादा प्रभावित करता है। वजन के तेजी से ज्यादा बढ़ जाने के कारण आपके जोड़ों और हड्डियों के ऊपर भी तेजी से दबाव पड़ता है। वहीं तेजी से बढ़ाव के बढ़ने के कारण कार्टिलेज यानी जोड़ों को कुशनिंग करने वाले टिशूज से दूर हो जाता है। जिनका काम ,जॉइंट्स या हड्डियों की रक्षा करना होता है। इसलिए आपको अपने वजन के ऊपर ध्यान देने की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है।
मोटापे की वजह से डायबिटीज के जैसी बीमारी होना एक आम बात है। मोटापे की बात करें तो ये इन्सुलिन के प्रतिरोध का कारण बनता है, ये हार्मोन खून में शर्करा को कंट्रोल करने में भी मददगार होता है। जब मोटापा इन्सुलिन में प्रतिरोध का कारण बनता है तो धीरे -धीरे डायबिटीज की समस्या बढ़ना शुरू होती जाती है। वहीं डायबिटीज के साथ-साथ आपको शुगर के जैसे गंभीर बीमारी भी हो सकती है। इसलिए यदि आपका भी वजन तेजी के साथ बढ़ रहा हो तो आपको ध्यान देना चाहिए।
मोटापे के बढ़ने कि बात करें तो इसके होने से दिल से जुड़ी अनेकों समस्याएं बढ़ने का खतरा दो गुना ज्यादा बढ़ जाता है। मोटापे के कारण ही अधिकतर लोगों को दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है। आपको बताते चलें कि एथेरोस्क्लेरोसिस इसका मतलब ये है कि धमनियों का टाइट होना या सख्त हो जाना, ये प्रॉब्लम उनको ज्यादा होती है जिनके शरीर में चर्बी की मात्रा अधिक होती है। वहीं मोटे लोगों को कोरोनरी धमनी की बीमारी भी ज्यादा होती है। ये जितनी भी समस्याएं हैं ये मोटापा बढ़ने के कारण होती है। इसलिए वजन को कंट्रोल करना बहुत ही ज्यादा आवश्यक होता है।
स्लीप एपनिया की बात करें तो ये भी एक गंभीर बीमारी है, जिन व्यक्ति का वेट ज्यादा होता है उन्हें ये समस्या ज्यादा होती है। स्लीप एपनिया एक व्यक्ति के खर्राटे के साथ उस व्यक्ति के नींद को भी रोक सकता है। एपनिया के कारण ही आपको दिल से जुड़ी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। स्लीप एपनिया की समस्या को यदि आप कम करना चाहते हैं तो आपको वेट कंट्रोल करने कि जरूरत होती है। इसलिए आपको अपने वेट के ऊपर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है।