क्या है मम्प्स
पैरामाइक्सो नामक वायरस के इस संक्रमण से लार ग्रंथियां प्रभावित होती हैं। यह रोग बुखार के साथ शुरू होता है तथा चेहरे के एक या दोनों तरफ कान के नीचे पैरोटिड ग्रन्थियों में व जबडे़ के नीचे गर्दन पर सूजन आ जाती है।मम्प्स घातक भी
अनदेखी पर श्रवण क्षमता क्षीण हो सकती है। मेनिनजाइटिस या इंसेफलाइटिस का जोखिम रहता है।मम्प्स से रोकथाम
इस संक्रमण से बचने का सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है।ये रखें खयाल
खूब पानी पीएं। आराम करें। खट्टी चीजें खाने से बचें, जो लार ग्रंथियों को उत्तेजित कर अधिक दर्द पैदा कर सकती हैं। रोग होने पर 5-7 दिन तक अन्य लोगों के नजदीकी सम्पर्क से बचना चाहिए। ऐसी चीजें साझा करने से बचें, जिन पर लार लगी हो जैसे पानी की बोतलें या कप।
नाक व मुंह को ढकता हुआ मास्क पहनें। खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढककर रखें।- डॉ. शुभकाम आर्य, ईएनटी विशेषज्ञ