प्राकृतिक किलर (NK) कोशिकाओं की भूमिका
शोध में पाया गया है कि गंभीर Respiratory Syncytial Virus के मामलों वाले बच्चों की वायुमार्ग में प्राकृतिक किलर (NK) कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है। ये कोशिकाएं वायरल संक्रमण के दौरान महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया करने वाली कोशिकाएं हैं, लेकिन ये फेफड़ों में सूजन को भी बढ़ा सकती हैं। ब्रिघम और विमेन्स हॉस्पिटल की मेलोड़ी जी डुवॉल ने कहा, “हमारे निष्कर्ष COVID-19 के कुछ अध्ययनों के साथ मेल खाते हैं, जिनमें यह पाया गया कि गंभीर लक्षण वाले रोगियों के वायुमार्ग में भी NK कोशिकाओं की संख्या अधिक थी।”
यह भी पढ़ें : Uric acid kam karne wali chutney : हड्डियों में जमा यूरिक एसिड को निचोड़कर बाहर निकाल देगी ये चटनी
अध्ययन के उद्देश्य और महत्व
यह अध्ययन गंभीर रोग के अंतर्निहित कारणों को समझने पर केंद्रित है, जो भविष्य में नए उपचार लक्ष्यों की पहचान में मदद कर सकता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि गंभीर बीमारी वाले बच्चों में NK कोशिकाओं की संख्या बढ़ गई थी, जबकि स्वस्थ बच्चों में इनकी संख्या कम थी।RSV के लक्षण और उपचार विकल्प
Respiratory Syncytial Virus के संक्रमण से होने वाले लक्षणों में ब्रोन्कियोलाइटिस और न्यूमोनिया शामिल हैं। वर्तमान में, चिकित्सक गंभीर रूप से बीमार बच्चों को सहायक देखभाल प्रदान कर सकते हैं, जबकि RSV से बचाव के लिए टीके 19 महीने से कम उम्र के बच्चों, 60 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों और गर्भवती महिलाओं के लिए उपलब्ध हैं।भविष्य की दिशा
इस शोध के परिणाम संकेत देते हैं कि NK कोशिकाएं गंभीर वायरल रोगों से जुड़ी हो सकती हैं, जिससे आगे की जांच की आवश्यकता है। यह अध्ययन Respiratory Syncytial Virus से जुड़ी बीमारियों के उपचार में नई संभावनाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह भी पढ़ें : Karisma Kapoor weight loss : करिश्मा कपूर ने 25 किलो वजन कैसे घटाया, जानिए उनके आसान डाइट टिप्स इस अध्ययन ने Respiratory Syncytial Virus के प्रभाव को समझने में एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है, और इससे चिकित्सकों को बच्चों में गंभीर लक्षणों के प्रबंधन में मदद मिल सकती है।