रिफाइंड तेल से हो सकती है ये बीमारियां : Refined oil unhealthy For Health
रिफाइंड ऑयल को उच्च तापमान पर प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसके सभी महत्वपूर्ण
पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। इसके उपयोग से शरीर में ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ जाती है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और इंसुलिन के स्तर को तेजी से बढ़ा देती है। इससे गुड कोलेस्ट्रॉल की कमी होती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, मक्के का तेल, राइस ब्रान ऑयल, कैनोला का तेल और सूरजमुखी के रिफाइंड तेल का उपयोग तुरंत बंद कर दें।
रिफाइंड तेल का उपयोग करता है प्रोटीन को कम : Refined oil unhealthy For Health
तेल का असली रूप चिपचिपा और सुगंधित होता है। रिफाइंड ऑयल बनाने के समय इसमें से सुगंध को पूरी तरह हटा दिया जाता है। यह सुगंध प्रोटीन का हिस्सा होती है, जिसे हटाने से रिफाइंड ऑयल में प्रोटीन की कमी हो जाती है। इसके नियमित सेवन से शरीर में प्रोटीन की कमी हो सकती है।
त्वचा को नुकसान देता रिफाइंड तेल : Refined oil unhealthy For Health
रिफाइंड ऑयल बनाने की प्रक्रिया में इसकी गंध के साथ-साथ प्राकृतिक चिकनाई भी हटा दी जाती है। बिना चिकनाई वाले तेल का उपयोग करने से त्वचा में समस्याएं जैसे झुर्रियां, dryness और मुंहासे हो सकते हैं। हमारे शरीर के सही कार्य के लिए फैटी एसिड की आवश्यकता होती है। रिफाइंड ऑयल के सेवन से फैटी एसिड की कमी हो सकती है। इसका नियमित सेवन करने से जोड़ों और कमर में दर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, यह आंखों, दिल और दिमाग से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ा सकता है।
रिफाइंड तेल हार्ट के लिए नुकसानदायक : Refined oil unhealthy For Health
रोजाना रिफाइंड ऑयल का सेवन करने से शरीर को एचडीएल, यानी हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन, नहीं मिलता। इससे हार्ट की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।