टाइप-2 मधुमेह के खतरे में लाल मांस की भूमिका : Type-2 Diabetes and Red Meat
इस अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 31 समूहों से डेटा संकलित किया, जिनमें 19,66,444 लोग शामिल थे। इनमें से एक लाख से अधिक लोगों को 10 वर्षों के दौरान टाइप-2 मधुमेह (Type-2 Diabetes) हुआ। इस अध्ययन में अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राजील, और मेक्सिको सहित कई देशों के शोधकर्ताओं ने भाग लिया। अध्ययन से स्पष्ट हुआ कि मांस (Red Meat) के अत्यधिक सेवन से टाइप-2 मधुमेह सहित गैर-संचारी रोगों का खतरा बढ़ जाता है।
क्षेत्रीय अंतर और निष्कर्ष
अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि टाइप-2 मधुमेह (Type-2 Diabetes) के साथ असंसाधित लाल मांस (Red Meat) और प्रसंस्कृत मांस का सकारात्मक संबंध विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग था। उदाहरण के लिए, अमेरिका में यह खतरा क्रमश: 13 प्रतिशत और 17 प्रतिशत, यूरोप में 6 प्रतिशत और 13 प्रतिशत तथा पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र और पूर्वी एशिया में 17 प्रतिशत और 15 प्रतिशत पाया गया। इसके विपरीत, पोल्ट्री के बजाय असंसाधित लाल मांस (Red Meat) का सेवन करने से मधुमेह (Diabetes) के खतरे को कम करने का कोई सबूत नहीं मिला।स्वस्थ आहार के प्रति जागरूकता की जरूरत
शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि दुनिया के कई हिस्सों में मांस (Red Meat) का सेवन अनुशंसित स्तर से कहीं अधिक है, जिससे मधुमेह (Diabetes)और अन्य गैर-संचारी रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इस अध्ययन के परिणामस्वरूप लोगों को अपने आहार के प्रति अधिक सतर्क होने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्वस्थ और संतुलित आहार अपनाने से टाइप-2 मधुमेह (Type-2 Diabetes) के खतरे को कम किया जा सकता है। यह अध्ययन इस बात का प्रमाण है कि आहार संबंधी आदतें हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती हैं। लाल मांस (Red Meat) का सीमित सेवन और स्वस्थ आहार का पालन करना टाइप-2 मधुमेह (Type-2 Diabetes) के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। अब वक्त आ गया है कि हम अपने आहार की गुणवत्ता पर ध्यान दें और अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।