स्वास्थ्य

Prevent Back Pain : अगर आप भी पीठ दर्द से परेशान हैं तो करें ये सरल उपाय

Prevent Back Pain : पीठ दर्द आज की जीवनशैली की एक आम समस्या बन चुकी है, जो कई लोगों को प्रभावित करती है। हाल ही में एक अध्ययन में यह स्पष्ट किया गया है कि रोजाना बैठने के समय को कम करके और नियमित व्यायाम करके इस दर्द को बढ़ने से रोका जा सकता है।

जयपुरOct 05, 2024 / 12:49 pm

Manoj Kumar

Prevent Back Pain: If you are also troubled by back pain then try these simple remedies

Prevent Back Pain : पीठ दर्द आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है, जिसे रोकने के लिए उचित उपाय और ध्यान देना बेहद जरूरी है। एक नए अध्ययन में यह स्पष्ट किया गया है कि नियमित रूप से लंबे समय तक बैठने से पीठ दर्द (Back Pain) की समस्या बढ़ सकती है। इसके बजाय, शारीरिक गतिविधियों में वृद्धि कर, खासकर जो लोग अधिक वजन या मेटाबोलिक समस्याओं से ग्रस्त हैं, वे इस दर्द से राहत पा सकते हैं।

पीठ दर्द के सामान्य कारण Common causes of back pain

पीठ दर्द (Back Pain) के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

मांसपेशियों में खिंचाव: मांसपेशियों में अत्यधिक खिंचाव से पीठ दर्द हो सकता है।
डिस्क क्षति: डिस्क की क्षति या चोट पीठ दर्द का प्रमुख कारण है।

स्वास्थ्य समस्याएं: कुछ स्वास्थ्य समस्याएं जैसे स्कोलियोसिस (रीढ़ की हड्डी की असामान्यता) और ऑस्टियोपोरोसिस भी पीठ दर्द को जन्म देती हैं।

अध्ययन का निष्कर्ष: बैठने का समय कम करें

फिनलैंड के तुर्कू विश्वविद्यालय के डॉक्टरेट शोधकर्ता और फिजियोथेरेपिस्ट जोआ नोरहा के अनुसार, “जो लोग अपने पीठ के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, उन्हें काम या खाली समय में लंबे समय तक बैठने से बचना चाहिए।” अध्ययन में यह सामने आया कि शारीरिक गतिविधियों में कमी और लंबे समय तक बैठने से पीठ की मांसपेशियों में चर्बी जमा हो सकती है, जिससे दर्द का खतरा बढ़ जाता है।
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वजन और मेटाबोलिक सिंड्रोम का संबंध The relationship between weight and metabolic syndrome

अध्ययन में शामिल 64 वयस्कों पर शोध किया गया, जो अधिक वजन या मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीड़ित थे। अध्ययन के दौरान प्रतिभागियों ने प्रतिदिन औसतन 40 मिनट तक बैठने का समय घटाया। हालांकि, शोध में “पीठ की मांसपेशियों की चर्बी (वसायुक्तता) या ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म” के बीच कोई स्पष्ट संबंध नहीं मिला। लेकिन यह स्पष्ट हुआ कि मोटापा और मेटाबोलिक सिंड्रोम से पीठ दर्द (Back Pain) और हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।

शारीरिक गतिविधियों की भूमिका

शोधकर्ता जोआ नोरहा ने यह भी कहा कि केवल खड़े रहना पीठ दर्द (Back Pain) में मददगार नहीं हो सकता। बल्कि, नियमित रूप से चलना और तेज व्यायाम करने से ज्यादा फायदा हो सकता है। “सही मुद्रा की तलाश करने से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने मुद्राओं को बदलते रहें,” नोरहा ने कहा। विभिन्न मुद्राओं में बदलाव करना शारीरिक लचीलापन बनाए रखने के लिए आवश्यक है।

पीठ दर्द के बढ़ते मामले Increasing cases of back pain

लैंसेट रूमेटोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित एक हालिया विश्लेषण के अनुसार, 2050 तक 80 करोड़ से अधिक लोग पीठ के निचले हिस्से में दर्द (Back Pain) से पीड़ित होंगे, जो 2020 की तुलना में 36 प्रतिशत की वृद्धि होगी। अध्ययन से यह भी पता चला है कि 2017 से कमर दर्द के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है, जो 2020 में लगभग 61.9 करोड़ मामलों तक पहुंच गई थी।
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पीठ दर्द (Back Pain) से बचाव के लिए यह जरूरी है कि हम अपने बैठने के समय को नियंत्रित करें और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा दें। सही व्यायाम और नियमित मूवमेंट न केवल पीठ दर्द को कम करने में मदद करेंगे बल्कि भविष्य में स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव करेंगे।

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