यह भी पढ़ें –
कोरोना वायरस के बीच एक नए वायरस ने दी दस्तक, केरल में पहला मामला सामने आया 2017 में आया था पहला मामला सबसे तेज़ी से केरल में यह वायरस फ़ैल रहा है। देश में अब तक इसके 28 मामले सामने आ चुके हैं। साथ ही साथ दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में भी लोगों को सतर्क कर दिया गया है। कोरोना आपदा के बीच एक नए वायरस के आने से लोग बहुत डर गए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यदि आप इस वायरस के संपर्क में आते हैं तो 3 से 14 दिन के भीतर आपमें इसके लक्षण दिखने लगते हैं। इसमें हल्का बुखार, रैशेज, जोड़ों और मांसपेशी में दर्द, सिरदर्द, बेचैनी होना शामिल है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक भारत में जीका वायरस का पहला मामला 2017 में सामने आया था। इसके बाद यह तमिलनाडु और देश के कई हिस्सों में पाया गया। 2018 तक आते-आते मध्य प्रदेश और राजस्थान में बहुत सारे लोग इस वायरस की चपेट में आ गए थे।
कैसे कर सकते हैं जीका वायरस से बचाव 1. घर के आसपास साफ़-सफाई का बहुत ध्यान रखें।
2. इस वायरस के मच्छर ज़्यदातर सुबह और शाम को देखने को मिलते हैं , ऐसे में पूरी बाजू के कपड़े अधिक पहनें।
3. छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान दें , शाम को उन्हें बाहर न निकलने दें।
4. बारिश के पानी को किसी भी कोने में ना इक्कठा होने दें।
5. कूलर, बर्तन, पानी की टंकियों को समय-समय पर साफ़ करते रहें।
6. जीका वायरस से प्रभावित किसी जगह पर जा रहे हैं, तो अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें।
7. घरों में मास्किटो रेपलेंट का इस्तेमाल करें।
क्या है जीका वायरस का इलाज इस वायरस से होने वाली बीमारी का अबतक कोई इलाज नहीं है और ना ही अभी तक कोई वैक्सीन बनी है जो इसको ठीक कर सके। डॉक्टर्स लक्षण के हिसाब से इस वायरस का इलाज करते हैं। अमरीका के CDC यानी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल का कहना है कि यदि आप इस वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, तो आप ये उपाय कर सकते हैं –
1. ज्यादा से ज्यादा आराम करें।
2. तरल पदार्थ का उपयोग करें , जिससे पानी की कमी और डिहाइड्रेशन ना हो।
3. डॉक्टर की सलाह लेकर ही दवा खाएं।