पंचमेल दाल में पांच दालें बराबर मात्रा में ली जाती हैं। जिसमें अरहर चना मूंग मसूर और उड़द की दाल होती है। इसी कारण इस दल को पंचमेल दाल या पंचरत्न दाल के नाम से जाना जाता है। दरअसल एक दाल खाने से आपको उतने फायदे नहीं मिलते जितने पंचमेल दाल खाने से मिल सकते हैं। पंचरत्न दाल में प्रोटीन के साथ केल्शियम फास्फोरस आयरन कार्बोहाइड्रेट मैग्नीशियम एवं अन्य खनिज लवण भी प्राप्त हो जाते हैं। जो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करते है और आपके शरीर में पोषक तत्वों की जरूरत को भी पूरा करते हैं।
यह प्रोटीन के सबसे समृद्ध शाकाहारी स्रोतों में से एक है। इसमें कॉपर मैंगनीज जैसे खनिज भी होते हैं। इस दाल को खाने से मधुमेह को दूर रखने में मदद मिलती है।
यह एक डाइट फ्रेंडली दाल है। इस दाल में न्यूनतम कैलोरी होती है और यह आयरन और पोटेशियम का एक समृद्ध स्रोत है। आयुर्वेद में खराब पाचन के दौरान मूंग दाल खाने की सलाह दी जाती है।
पित्त भाटा से पीड़ित लोगों के लिए मसूर की दाल बहुत फायदेमंद मानी जाती है। यह शरीर में रक्त परिसंचरण में भी सुधार करती है। 4 उड़द दाल
अगर आप फिटनेस फ्रीक हैं और आपकी उम्र बढ़ रहीं हैं तो प्रोटीन की बढ़ी हुई आवश्यकता को पूरा करने के लिए आपको अपने आहार में उड़द की दाल को जरूर शामिल करना चाहिए। यह दाल प्रोटीन और विटामिन बी के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है।
तूअर दाल भारत में खाई जाने वाली सबसे लोकप्रिय दालों में से एक है। इस दाल में भारी मात्रा में फाइबर होते हैं जो मल त्याग को नियमित करने में मदद करते हैं। यकीनन प्रोटीन की खुराक तो इसमें मौजूद रहती ही है।
1. पांचों दाल बराबर मात्रा में
2. जीरा
3. हींग
4. लौंग
5. काली मिर्च
6. बारीक कटा हुआ अदरक
7. धनिया, हल्दी, अमचूर पाउडर
8. देसी घी
9. बारीक कटा हुआ हरा धनिया
10. नमक स्वादानुसार
पंचमेल दाल बनाने की विधि
1. सारी दालों को अच्छी तरह पानी से धो लें। 2. साफ पानी में थोड़ी देर के लिए दाल को भिगो दें, दाल का ज्यादा पानी बाहर कर दें। अतिरिक्त पानी हटाने के बाद इसे कुकर में चढ़ा दें।