यह शोध बीएमजे पत्रिका में प्रकाशित हुआ है, जिसमें लगभग 10 मिलियन लोगों पर किए गए 45 शोधों की समीक्षा की गई है। अध्ययन में पाया गया कि पैकेटबंद या फटाफट तैयार होने वाले ज्यादा प्रसंस्कृत खाने (Ultra Processed foods) से सेहत को गंभीर नुकसान हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने लिखा, “अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य (High Processed foods) पदार्थों के सेवन और मृत्यु दर, कैंसर, मानसिक, श्वसन, हृदय, पाचन और मेटाबॉलिक स्वास्थ्य से जुड़ी 32 तरह की स्वास्थ्य समस्याओं के बीच सीधा संबंध पाया गया है।”
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी, फ्रांस की सोरबोन यूनिवर्सिटी और ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी सहित कई प्रमुख संस्थानों के शोधकर्ताओं का सुझाव है कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (Ultra Processed foods) से भरपूर आहार में ऐसे हानिकारक तत्व हो सकते हैं जो आपकी सेहत के लिए खतरा हैं।
मृत्यु दर का खतरा बढ़ जाता है
उन्होंने लिखा कि जितना ज्यादा आप अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (Processed foods) का सेवन करते हैं, उतना ही हृदय और मेटाबॉलिक समस्याओं, मानसिक विकारों और मृत्यु दर का खतरा बढ़ जाता है। यह शोध आबादी-आधारित और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को विकसित करने और उनका मूल्यांकन करने का एक कारण प्रदान करता है, जिससे अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (High Processed foods) के उपभोग को कम किया जा सके और लोगों के स्वास्थ्य में सुधार हो सके।
फाइबर और विटामिन कम होते हैं पैकेटबंद बेकरी उत्पाद, स्नैक्स, फ्ऱीज़ी ड्रिंक्स, मीठे अनाज, रेडी-टू-ईट मील जैसे अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ (Processed foods) कई औद्योगिक प्रक्रियाओं से गुजरते हैं और इनमें अक्सर रंग, इमल्सीफायर, फ्लेवर और अन्य एडिटिव्स पाए जाते हैं। इन उत्पादों में अतिरिक्त चीनी, वसा, नमक अधिक मात्रा में होता है और फाइबर और विटामिन कम होते हैं।
शोधकर्ताओं ने पाया कि अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ (Processed foods) खाने से मोटापे का खतरा 55%, नींद की समस्या का खतरा 41%, टाइप 2 मधुमेह का खतरा 40% और अवसाद का खतरा 20% बढ़ जाता है।
हालांकि, अध्ययन के अनुसार, अत्यधिक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों (Ultra Processed foods) के सेवन और अस्थमा, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्वास्थ्य और हृदय और मेटाबॉलिक जोखिम कारकों जैसे उच्च रक्त वसा और “अच्छे” कोलेस्ट्रॉल के निम्न स्तर के बीच सीमित संबंध पाया गया।