कैंसर (Cancer) को एक जानलेवा बीमारी माना जाता है लेकिन ऐसा नहीं है कि इस से बचा नहीं जा सकता है। यदि हम कैंसर के लक्षणों को पहचान ने में सक्षम है तो हम इस से बच सकते हैं। कैंसर को शरूआती लक्षणों में पहचान पाना ही इसका बचने का उपाय है। जानकारी हो, जेन जेड और मिलेनियल्स जनरेशन की यह लड़ाई किसी एक कैंसर के साथ नहीं बल्कि 17 तरह के कैंसर से है। इसके पीछे का कारण और इससे बचने के उपाय क्या है, चलिए जानते हैं-
इन 17 तरह के कैंसर से पहले के लोगों को खतरा People who are pre-existing are at risk of these 17 types of cancer
- कोलोरेक्टल कैंसर
- एंडोमेट्रियल कैंसर
- पेनक्रियाटिक कैंसर
- किडनी कैंसर
- लिवर कैंसर
- थायराइड कैंसर
- गॉल ब्लैडर कैंसर
- मल्टीपल मायलोमा
- ब्रेस्ट कैंसर
- लेकिमिया
- नॉन-हॉजकिन लिंफोमा
- ओवेरियन कैंसर
- गैस्ट्रिक कैंसर
- भोजन – नली का कैंसर
- ब्रेन कैंसर
- सर्वाइकल कैंसर
- ओरल और फैरिंजीयल कैंसर
इन कारणों से जेन जेड- मिलेनियल्स में कैंसर का जोखिम ज्यादा For these reasons, Gen Z-Millennials are at higher risk of cancer
- जीरो फिजिकल एक्टिविटी, खराब आहार, प्रोसेस्ड और फास्ट फूड का सेवन और मोटापा ने जेन एक्स और मिलेनियल्स में कैंसर (Cancer) की बढ़ती दरों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- वायु प्रदूषण, भोजन और पानी में रसायनों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाले रेडिएशन तक कैंसर (Cancer) के जोखिम को बढ़ा रहे हैं।
- ज्यादातर लोग प्रेगनेंसी लेट कर रहे हैं, जिससे ब्रेस्ट और ओवेरियन कैंसर का खतरा काफी बढ़ गया है।
- जेन एक्स और मिलेनियल्स में जेनेटिक म्यूटेशन टेस्ट ज्यादा करवाते हैं, जो कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।