शोध के दौरान वैज्ञानिकों ने टाइप-1 डायबिटीज के मरीजों के दान किए ऊतकों पर कैंसर की दवाओं का इस्तेमाल किया। कुछ ही दिन में वे इंसुलिन पैदा करने लगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह इलाज टाइप-1 डायबिटीज के मरीजों में इंसुलिन इंजेक्शन लेने की जरूरत खत्म कर सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया में डायबिटीज के 42 करोड़ से ज्यादा मरीज हैं। इनमें ज्यादातर गरीब देशों में हैं। हर साल इस बीमारी से 15 लाख से ज्यादा मौतें होती हैं। डायबिटीज के मामले में दुनिया के दस बड़े देशों में भारत शामिल है।