सफल उम्र बढ़ने की नई परिभाषा The new definition of successful aging
चीन के वेनझोउ मेडिकल विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने ‘सक्सेसफुल एजिंग’ को परिभाषित किया है – ऐसी वृद्धावस्था जिसमें व्यक्ति मधुमेह, हृदय रोग, कैंसर, फेफड़ों की बीमारियों और स्ट्रोक जैसी गंभीर दीर्घकालिक बीमारियों से दूर रहता है, उसका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होता है और उसे किसी शारीरिक विकलांगता का सामना नहीं करना पड़ता। इस परिभाषा के मुताबिक, वृद्धावस्था को सफल बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है – नींद का संतुलित (Good sleep) और नियमित समय।Long Life Secrets : नींद के पैटर्न का असर
बीएमसी पब्लिक हेल्थ जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में 3,306 प्रतिभागियों के नींद के पैटर्न का विश्लेषण किया गया। इन प्रतिभागियों का स्वास्थ्य 2011 में अच्छा था, लेकिन 2020 तक इनकी उम्र 60 साल या उससे अधिक हो चुकी थी। इनकी नींद की आदतों का 2011, 2013, और 2015 में मापन किया गया। शोध में नींद की अवधि के आधार पर पांच अलग-अलग श्रेणियां बनाई गईं: सामान्य-स्थिर, लंबे समय तक स्थिर, घटती हुई, बढ़ती हुई और छोटी-स्थिर। यह भी पढ़ें : Shilpa Shetty ने 32 किलो वजन कैसे घटाया: सरल टिप्स फॉलो करें शोध के अनुसार, सामान्य-स्थिर और लंबे समय तक स्थिर नींद (Good sleep) वाले लोग वृद्धावस्था में स्वस्थ बने रहने की अधिक संभावना रखते हैं। जबकि छोटी-स्थिर, घटती हुई और बढ़ती हुई नींद वाले लोगों में ‘सक्सेसफुल एजिंग’ की संभावना कम पाई गई।
13.8% ही सफल वृद्धावस्था तक पहुंचे
शोधकर्ताओं ने पाया कि 2020 तक केवल 13.8% प्रतिभागी ही सफल वृद्धावस्था की परिभाषा को पूरा कर पाए। इस अध्ययन से पता चलता है कि नियमित रूप से कम या ज्यादा नींद लेने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे स्वस्थ वृद्धावस्था प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है।Long Life Secrets : पर्याप्त नींद का महत्व
विशेषज्ञों के अनुसार, नींद की कमी या अत्यधिक नींद न केवल उम्र बढ़ने का संकेत हो सकती है, बल्कि यह भी दर्शा सकती है कि शरीर में कोई अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्या है। शोधकर्ताओं ने विशेष रूप से मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध लोगों में नींद की अवधि पर निगरानी रखने पर जोर दिया है। यह भी पढ़ें : Melt Away the Belly Fat : पेट की चर्बी को जला देंगे ये 5 ड्रिंक, जान लीजिए पीने का सही तरीका और समय