यह अध्ययन 1999 और 2022 के बीच प्रकाशित 10 दीर्घकालिक अध्ययनों के विश्लेषण पर आधारित है। इनमें अमेरिका, जापान और ब्रिटेन के कुल 5,08,121 वयस्कों के लिए तीन से 11 साल तक स्टडी की गई। अध्ययन में सामने आया कि दो मील या 3 किमी/घंटा से धीमे चलने की तुलना में, 2-3 मील या 3-5 किमी/घंटा की औसत या सामान्य चलने की गति टाइप 2 मधुमेह के 15 प्रतिशत कम जोखिम से जुड़ी है।
24 प्रतिशत तक खतरा कम
3-4 मील/घंटा या 5-6 किमी/घंटा की गति से काफी तेज चलने से टहलने की तुलना में टाइप 2 मधुमेह का खतरा 24 प्रतिशत कम होता है। तेजी से चलने या 4 मील या 6 किमी/घंटा से अधिक की गति से चलने से जोखिम लगभग 39 प्रतिशत कम हो गया, जो कि प्रत्येक 100 लोगों में टाइप 2 मधुमेह के 2.24 मामलों के बराबर है।
स्वास्थ्य लाभों को और बढ़ाने के लिए लोगों को तेज गति से चलने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। चिकित्सकों के मुताबिक रोजाना वॉकिंग स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों को दूर कर सकता है।