कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज अलग-अलग कंपनियों की लगवाना बेहद खतरनाक, जानिए कैसे
कोरोना की तीसरी लहर के पीछे की वजह लॉकडाउन हटना और पब्लिक का लापरवाह होना बताया गया है। यूरोपीय सीडीसी ने अनुमान लगाया है कि अगस्त के अंत तक यूरोपीय संघ में डेल्टा वेरिएंट के मामले (बी.1.617.2) 90 प्रतिशत तक पहुंच जाएंगे। भारत में कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट ने ही कहर बरपाया था।
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वैक्सीन की दोनों डोज लेनी जरूरी
कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरुप के तेजी से फैलने और इससे जुड़े अस्पताल में जगह नहीं मिलने की स्थिति पर भी विचार किया है। ईएमए ने टीकाकरण कार्यक्रमों में तेजी लाने पर जोर दिया। कोविड -19 वैक्सीन की दोनों डोज डेल्टा स्वरूप के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने के लिए बेहद जरुरी हैं।
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ईएमए और ईसीडीसी दो खुराक के लिए अलग-अलग कोविड -19 टीकों के उपयोग पर “कोई निश्चित सिफारिश करने की स्थिति में नहीं हैं। फिर भी, स्पेन, जर्मनी और यूके में अध्ययनों के प्रारंभिक परिणाम संतोषजनक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया और सुरक्षा से जुड़ी किसी परेशानी की ओर इशारा नहीं करते हैं।