महामारी विशेषज्ञों का कहना है कि जिस तेजी से भारत में कोरोना से संक्रमित मरीजों का ग्राफ बए़ रहा है आने वाले कुछ हफ्ते बहुत महत्त्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञों को चिेंता है कि कहीं लॉकडाडन (Corona Lockdown) हटाने का भारत को तगड़ा खामियाजा न भुगतना पड़ जाए। जानकारों की मानें तो अगर इसी तेजी से भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होती रही तो जल्द ही भारत रूस को पीछे छोड़ सूची में तीसरे पायदान पर आ सकता है। गौरतलब है कि दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जुलाई के अंत तक अकेले दिल्ली में ही 5.5 लाख संक्रमितों के होने की बात कह चुके हैं।
भारत में शुक्रवार को एक दिन में अब तक के सबसे ज्यादा 11,458 नए मामले सामने आए थे। गौरतलब है कि इससे पहले भी गुरुवार को भारत में रूस से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। गुरुवार को रूस में 8779 मामले सामने आए थे जबकि भारत में 10,956 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं गुरुवार को रूस में जहां 183 लोगों की मौत हुई वहीं भारत में 396 संक्रमितों की संख्या के मामले में ब्रिटेन को पीछे छोड़ा था। भारत ने संक्रमण रोकने के लिए 24 मार्च की रात से लॉकडाउन लागू किया था। लेकिन उसके बाद 17 मई और फिर 31 मई के बाद लॉकडाउन में छूट देने से मामले लगातार बढ़ते गए और अब भी जारी है।
भारत की आर्थिक राजधानी कहलाने वाली मुम्बई (Mumbai) ने तो कोरोना संक्रमितों के मामले में चीन को भी पीछे छोड़ दिया है। वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) सबसे बुरी तरह से प्रभावित राज्य बना हुआ है जहां अब तक एक लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं जो कि कनाडा (Canada) से भी ज्यादा है। वहीं देश की राजधानी दिल्ली की भी हालत ठीक नहीं है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में दो हज़ार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। यहां के अस्पतालों में संक्रमितों के इलाज के लिए बेड ही नहीं बचे हैं और मरीज़ अस्पताल दर अस्पताल इलाज के लिए भटकने को विवश हैं।