अलग-अलग परिवारों के वायरस
डॉ. विकास मित्तल बताते हैं कि Corona virus और HMPV एक-दूसरे से बहुत अलग हैं। फैमिली में अंतर: Corona virus सार्स-कोव-2 फैमिली का हिस्सा है, जबकि एचएमपीवी पैरामाइक्सोवायरस फैमिली से आता है। जन्म का स्रोत: HMPV की खोज 1958 में हॉलैंड में हुई थी, जबकि Corona virus लंबे समय से मौजूद था, लेकिन कोविड-19 के रूप में एक नया रूप 2019 में चीन से सामने आया।
समान लक्षण, लेकिन अलग प्रभाव
दोनों वायरस में सर्दी, जुकाम और गले में दर्द जैसे लक्षण समान हैं, लेकिन इनके प्रभाव अलग-अलग होते हैं। कोरोना (Corona virus) के विशिष्ट लक्षण: संक्रमित व्यक्ति की सूंघने और स्वाद की क्षमता खत्म हो सकती है।
HMPV के लक्षण: इसमें ऐसा नहीं होता। निमोनिया का प्रभाव: दोनों वायरस निमोनिया पैदा कर सकते हैं, लेकिन कोरोना (Corona virus) में फेफड़ों में क्लॉटिंग अधिक होती है, जो एचएमपीवी में नहीं होती।
Corona vs. HMPV : मृत्यु दर में बड़ा अंतर
डॉ. मित्तल के अनुसार, Corona virus का मृत्यु दर एचएमपीवी की तुलना में अधिक है। कोरोना: गंभीर मामलों में मृत्यु की संभावना अधिक होती है। एचएमपीवी: इससे संक्रमित लोग आमतौर पर कम जोखिम में होते हैं। बचाव: सावधानी ही सुरक्षा
Corona vs. HMPV : दोनों वायरस से बचने के लिए ये उपाय अपनाएं
– संक्रमित लोगों से दूरी: छह फीट की दूरी बनाए रखें। आइसोलेशन: संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत खुद को आइसोलेट करें। मास्क का उपयोग: खांसी या छींक आने पर मास्क पहनें। भीड़भाड़ से बचें: कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग भीड़ में जाने से बचें।
Corona vs. HMPV : चीन से जुड़े दावों की सच्चाई
कई लोग एचएमपीवी को चीन से आया वायरस मान रहे हैं, लेकिन यह सच नहीं है। HMPV: यह वायरस लंबे समय से मौजूद है और इसकी खोज हॉलैंड में हुई थी। कोरोना: कोविड-19 का नया रूप चीन में उभरा, लेकिन वायरस पहले से ही दुनिया में मौजूद था।
लक्षण खत्म होने तक आराम करें।
खांसी, बुखार या जुकाम खत्म होने तक मास्क पहनें और दूसरों से दूरी बनाए रखें।
संक्रमण होने पर क्या करें?
डॉ. मित्तल के अनुसार, संक्रमण की स्थिति में: तीन से पांच दिन तक घर से बाहर न निकलें।लक्षण खत्म होने तक आराम करें।
खांसी, बुखार या जुकाम खत्म होने तक मास्क पहनें और दूसरों से दूरी बनाए रखें।
Corona virus और एचएमपीवी दोनों अपने-अपने तरीके से खतरनाक हो सकते हैं, लेकिन सही जानकारी और सावधानियों से इनसे बचा जा सकता है। जागरूक रहें, सुरक्षित रहें। आईएएनएस