कैसे हुई अंतर्राष्ट्रीय मेन्स डे की शुरुआत : How International Men’s Day started
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस (International Men’s Day 2024) की मांग को 1923 में शुरु किया गया था। लेकिन इसको सेलिब्रेट पहली बार 1999 में किया गया था। त्रिनिदाद के विद्वान डॉ. जेरोम टीलकसिंह की बदौलत इस दिवस की शरुआत की गई थी। उनका सपना था कि एक दिन पुरुषों की उपलब्धियों और योगदान का जश्न मनाने का दिन हो और वह दिन परुषों को समर्पित हो। पुरुषों के स्वास्थ्य, लिंग आधारित हिंसा और सकारात्मक पुरुष रोल मॉडल के महत्व जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक था। यह विचार तेजी से वैश्विक स्तर पर फैल गया, और विभिन्न देशों ने उत्सव, संवाद और जागरूकता अभियानों के माध्यम से इसे अपनाया। क्या अंतर्राष्ट्रीय मेन्स डे 2024 का महत्व : What is the significance of International Men’s Day 2024
अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का महत्व है कि इससे समाज को सकारात्मक प्रभाव दिया जाए उनकी भलाई को प्राथमिकता दी जाए। इस दिन का महत्व होता है कि मानसिक स्वास्थ्य, रूढ़िवादिता को चुनौती देने और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया जाए। इससे पुरुषों को एक समर्थन प्रणाली प्रदान कि जाए। इसका मुख्य उद्देश्य एक अधिक समावेशी और दयालु समाज का निर्माण करना है, जो सभी के योगदान और खुशी को महत्व देता है।
अंतर्राष्ट्रीय मेन्स डे 2024 थीम : International Men’s Day 2024 Theme
अंतर्राष्ट्रीय मेन्स डे 2024 थीम की बात कि जाए तो “सकारात्मक पुरुष रोल मॉडल”, रखा गया है। जो पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में खुली बातचीत को बढ़ावा देने और सहायक वातावरण बनाने के महत्व पर प्रकाश डालती है।