इस वायरस की बात कि जाए तो यह वायरस एक हफ्ते में खत्म हो जाता है लेकिन अब यह वायरस बच्चों और बूढ़ों को अपना शिकार बना रहा है और हफ्तेभर से ज्यादा इससी दवाई का उपयोग कर रहे है। लोग इस वायरस को कोरोना का छोटा रूप भी कह रहे है।
क्या है इस इंफ्लुएंजा वायरस के लक्षण What are the symptoms of this influenza virus
इंफ्लुएंजा (influenza) वायरस के लक्षणों की बात कि जाए तो इसके लक्षण जल्दी ही सामने आ जाते हैं और हम इसे पहचान लेते हैं जिसमें - बुखार
- ठंड लगना
- शरीर में दर्द
- खांसी
- सिरदर्द
- गला खराब होना
- नाक बहना
- थकान या कमजोरी महसूस होना
- दस्त या उल्टी
आदि लक्षण शामिल है। इस बीमारी के होने का कारण इंफ्लुएंजा वायरस होता है।
इस वायरस के तीन आम प्रकार होते हैं जिसमें इंफ्लुएंजा (influenza) ए, बी, और सी शामिल होते हैं। बात इंफ्लुएंजा ए और बी की बात कि जाए यह सर्दियों में ज्यादा देखने को मिलता है जिसके कारण यह गंभीर नजर आता है। जबकि इंफ्लुएंजा सी की बात कि जाए तो इसके ज्यादा गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरसडायबिटीज, अस्थमा, सी.ओ.पी.डी. या फेफड़ों की किसी अन्य पुरानी बीमारी वाले मरीजों को ज्यादा इफेक्ट करता है। इसलिए इन मरीजों को इनसे बचकर रहना चाहिए।
कैसे फैलता है यह वायरस How does this virus spread?
इन्फ्लूएंजा (influenza) से संक्रमित व्यक्ति एक से दो अन्य लोगों को फ्लू दे सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति से सीधे संपर्क में आने से इन्फ्लूएंजा वायरस फैलता है। आसपास के किसी व्यक्ति के खांसने, छींकने या बोलने से हवा के माध्यम से आपके मुंह या नाक में जा सकती हैं। फ्लू फिर आपके फेफड़ों में प्रवेश करता है। फ्लू वायरस से संक्रमित सतह को हाथ से छूकर फिर चेहरे, नाक, मुंह या आंखों को छूने से फैलता है। इन सतहों पर दरवाजे के नॉब, डेस्क, कंप्यूटर और फोन हैं। फ्लू से पीड़ित व्यक्ति के हाथ या चेहरे को छूने के बाद अपने हाथों को धोना चाहिए।
इन्फ्लूएंजा से कैसे बचे How to avoid the flu
- इन्फ्लूएंजा से संक्रमित व्यक्ति को अपने आसपास के लोगों से दूर रहना चाहिए और खाँसते एवं छींकते वक्त अपना मुंह ढक लेना चाहिए।इन्फ्लूएंजा से संक्रमित व्यक्ति का झूठा नहीं खाना चाहिए।
- किसी दूषित जगह को छूने से बचना चाहिए।
- किसी भी चीज को छूने के बाद अपने हाथ को सेनेटाइज करना चाहिए।