डेंगू के मरीजों के लिए गिलोय और पपीते का पत्ता है बेहद फायदेमंद, इसके सेवन से बढ़ेगा प्लेटलेट्स काउंट
Giloy and Papaya Leaves for Dengue Patients: पपीते और गिलोय के पत्ते का जूस डेंगू के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। पपीते और गिलोय की पत्तियां खून में प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में काफी प्रभावी होते हैं।
New Delhi: बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा लोग डेंगू बुखार चपेट में आते हैं। यह बीमारी संक्रमित मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होती है। डेंगू से पीड़ित लीगों को तेज बुखार के साथ-साथ सिर दर्द, पेट दर्द, उल्टी, आंखों में दर्द, सांस लेने में दिक्कत और थकान जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं। डेंगू का वायरस किसी इंसान के खून में दो से सात दिनों तक रहता है। इस वजह से खून में प्लेटलेट्स काउंट भी बहुत तेजी से कम हो जाता है जो कई बार घातक भी हो जाता है। दवाई और इंजेक्शन के इस्तेमाल से डेंगू मरीजों में खून में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाया जा सकता है लेकिन कई घरेलू उपचारों से भी रोगी की प्लेटलेट्स बढ़ाई जा सकती हैं। ऐसे में अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखने की जरूरत होती है। पपीते और गिलोय के पत्ते का रस का सेवन डेंगू के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अलावा और भी कई चीजें होती हैं जो डेंगू के मरीज अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। पपीते और गिलोय की पत्तियां खून में प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने में काफी प्रभावी होते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कैसे करें इनका इस्तेमाल।
पपीते का पत्ता पपीते के पत्ते में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन्स मौजूद होते हैं जो शरीर में प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है और डेंगू के अन्य लक्षणों को भी ठीक करने के लिए पपीते का पत्ता फायदेमंद होता है। डेंगू बुखार से ग्रसित व्यक्ति के यदि प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं, तो पपीते के पत्ते ब्लड प्लेटलेट्स काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
सेवन का तरीका आप पपीते की ताजी पत्तियों को कूट कर खा सकते हैं या फिर इन्हें ड्रिंक की तरह भी पी सकते हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स होता है। इसके बेहतर परिणाम के लिए कम से कम दिन में इसे दो बार पिएं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पपीते के पत्ते का जूस एक वयस्क को दिन में दो बार 10ml पीना चाहिए वहीं 5 से 12 साल के बच्चे को दिन में दो बार 2.5ml पीना चाहिए।
गिलोय का पत्ता गिलोय में बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन आपको कई प्रकार के बीमारियों से बचाता है। डेंगू के मरीजों के लिए भी गिलोय बेहद फायदेमंद होता है। यह आपके शरीर के इम्युन सिस्टम को मबजूत बनाता है, जिससे इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। साथ ही ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा गिलोय के पत्ते का जूस पीने से प्लेटलेट्स काउंट भी बहुत तेजी से बढ़ता है। डेंगू बुखार से पीड़ित लोगों को रोजाना गिलोय का जूस जरूर पीना चाहिए।
सेवन का तरीका गिलोय के पत्तों का जूस नियमित रूप से पीने से भी डेंगू बुखार का खतरा काम होता है। गिलोय के 8-10 पत्ते को 2 लीटर पानी में तुलसी के कुछ पत्तियों के साथ 5-7 मिनट तक उबालें। थोड़ा देर इसे ठंढ़ाने के लिए छोड़ दें उसके बाद रोगी को खाली पेट इसका सेवन करने के लिए दें। इससे उनके स्तिथि में काफी सुधार देखने को मिल सकता है।