स्वास्थ्य

Strawberries during pregnancy: प्रेग्नेंसी में स्ट्रॉबेरी कब और कैसे खाएं, शिशु से लेकर मां तक रहेगी हेल्दी

benefits of eating strawberries during pregnancy: प्रेग्नेंसी में स्ट्रॉबेरी खाना न केवल मां बल्कि शिशु के सेहत के लिए भी अच्छा होता है। बस इसे खाने का सही तरीका और समय पता होना चाहिए।

Mar 09, 2022 / 09:57 am

Ritu Singh

प्रेग्नेंसी में स्ट्रॉबेरी कब और कैसे खाएं, शिशु से लेकर मां तक रहेंगे हेल्दी

स्ट्रॉबेरी प्रेग्नेंसी में बिगड़े हुए जायके को ही नहीं बनाती, बल्कि ये मां और पेट में पल रहे शिशु के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। दरअसल स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट, फोलिक एसिड, फाइबर, पोटैशियम और आयरन पाया जाता है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम, सेलेनियम, विटामिन ए और प्रोटीन से भरी होती है। प्रेग्नेंसी में एक ही फल से आपको बहुत से विटामिन और मिनिरल्स मिल जाते हैं। लेकिन इसे खाने में सावधानी जरूर बरतनी चाहिए। कितनी मात्रा में एक दिन में स्ट्रॉबेरी खाना सही रहेगा और कब खाना चाहिए, यह सब जानकारी आपको इस खबर में मिलेगी।
केवल प्रेग्नेंसी ही नहीं, आम लोगों के लिए भी स्ट्रॉबेरी बहुत काम की होती है। मूड को अपलिफ्ट करने से लेकर इम्युनिटी बढ़ाने तक में स्ट्रॉबेरी बेहद फायदेमंद होती है। वहीं, हाई ब्लड प्रेशर को कम में भी ये सहायक होती है। तो चलिए जानें की प्रेग्नेंसी में प्रेग्नेंसी स्ट्रॉबेरी के क्या-क्या फायदे हैं।
इम्यून सिस्टम बनाए मजबूत
स्ट्रॉबेरी में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है और यही कारण है कि ये इम्युन सिस्टम कमजोर होने से बचाती है और संक्रमण का खतरा कम होता है। इससे फ्री रेडिकल्स से लड़ने में भी मदद मिलती है।
दिल की सेहत का रखे ख्याल
कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित करने में स्ट्रॉबेरी बहुत ही मददगारर होती है, क्योंकि इसे खाने से ब्लड सुर्कलेशन तेजी से बढ़ता है। प्रेग्नेंसी में हाई बीपी, कोलेस्ट्राल आदि बढ़ने की समस्या भी इससे दूर होती है।
आंखों की रोशनी बढ़ाए
विटामिन ए से भरी स्ट्रॉबेरी आंखों के लिए वरदान है। ये गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी उतनी ही फज्ञयदेमंद होगी। जन्म के समय बच्चे की आई डक्ट बंद रहने की समस्या भी इसे खाने से दूर होगी। ये आंखों के कॉर्निया और रेटिना के लिए बहुत अच्छी होती है।
हाई ब्लडप्रेशर को करे कंट्रोल
प्रेग्नेंसी में स्ट्रेस, बेचैनी और घबराहट जैसी बीमारयों को दूर करने के साथ ही ये हाई बीपी को भी कंट्रोल करने में कारगर होती है। स्ट्रॉबेरी में हाई पोटैशियम होता है और ये बीपी बढ़ने से रोकता है।
कब्ज की समस्या होगी दूर
प्रेग्नेंसी में कब्ज की समस्या होना बहुत आम बात है। कई बार पाइल्स की दिक्कत भी हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि रोज की डाइट में स्ट्रॉबेरी शामिल की जाएं। ये पेट अपच की समस्या भी दूर करती है।
बच्चे के विकास में मददगार
इसमें आयरन और फोलिक एसिड भी पाया जाता है, जिसकी मदद से बच्चे के विकास में मदद मिलती है। साथ ही आयरन की वजह से गर्भवती महिलाओं को रक्त की कमी नहीं होती है। इसका सेवन तनाव को कम करने में भी लाभकारी है।
स्ट्रॉबेरी कब औ कितना खाएं
प्रेग्नेंसी में आप 100 ग्राम से 200 ग्राम स्ट्रॉबेरी खा सकती हैं। हालांकि, इसे दिन में कई बार खाने में बांट लें तो ज्यादा अच्छा होगा। स्ट्रॉबेरी का सेवन आप किसी भी रूप में कर सकती हैं। स्मूदी में या सलाद के रूप में।
सुबह खाली पेट स्ट्रॉबेरी खाने से बचें। इसे नाश्ते के साथ खाएं या दोपहर में स्नैक्स की तरह खाएं। शाम के बाद भी इसे खाने से बचें, क्योंकि कई बार इससे एसिड लेवल बढ़ जाता है, इससे एसिडीटी की समस्या हो सकती है। दिन में खाने से इसे पचाना आसान होता है।
ज्यादा स्ट्रॉबेरी खाने के होते हैं नुकसान भी
प्रेग्नेंसी में स्ट्रॉबेरी खाने के ढेरो फायदे है, लेकिन इसे सही तरीके से न खाया जाए तो इसके नुकसान भी कम नहीं। अधिक स्ट्रॉबेरी बिलकुल न खाएं। ज्यादा खाने से पित बनने की समस्या, सिर में दर्द या गला जलने जैसी समस्या हो सकती है। हमेशा फ्रेश स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल करें। स्ट्रॉबेरी जेम या किसी पैकेट बंद स्ट्रॉबेरी न खाएं।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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