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आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लाइफ के लिए समय निकालना बहुत मुश्किल होता जा रहा है। आज हर कोई किसी न किसी बीमारी से पीड़ित है। शरीर में कोई न कोई समस्या बनी ही रहती है, ऐसे में नींद का देर से आना भी बीमारियों के मुख्य लक्षणों में से एक है। समय से न सोने पर शरीर को कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं, ऐसे में जानिए कि लेट से सोने से शरीर को कौन-कौन से नुकसान होते हैं। रात में नींद न आने का मुख्य कारण होता है प्रोक्रैस्टिनेशन सिंड्रोम (Procrastination syndrome )
प्रोक्रैस्टिनेशन सिंड्रोम (Procrastination syndrome ) इसमें व्यक्ति को नींद तो आ रही होती है, परन्तु वे सोता नहीं है। इसके पीछे का मुख्य कारण होता है, फ़ोन का इस्तेमाल, मूवी देखना या ओटीटी प्लेटफार्म में ज्यादा से ज्यादा व्यतीत करना, आदमी अपना सोने का समय इनपर व्यतीत करता है और समय से नहीं सोता है।
Know why it becomes a habit to sleep late जानिए आखिरकार क्यों बनती है देर से सोने की आदत
आजकल कि बिजी लाइफस्टाइल में लोग अक्सर अपना समय काम को देते हैं, ऐसे में रात का समय एकमात्र ऐसा होता है जहाँ वे नींद की पूर्ती की जगह फ़ोन चलाना, दोस्तों से बात- चीत करना इन सब में व्यतीत करते हैं।
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Know what are the disadvantages of waking up late at night देर रात तक जागने के जानिए कौन-कौन से हो सकते हैं नुकसानयदि आप ज्यादा देर रात तक तो इससे सेहत को कई सारे गंभीर नुकसान हो सकते हैं, जिनके बारे में आपको भी जानना चाहिए।
– लंबे समय तक देर तक जागते हैं तो आपके कार्यक्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
– रात में देर से सोने से तनाव बहुत ही ज्यादा बढ़ सकता है।
– वेट के बढ़ने का खतरा अधिक रहता है।
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Effects on Health: स्वास्थ्य पर प्रभाव: – मानसिक स्वास्थ्य में कमी: नींद की कमी से मनसिक तनाव बढ़ सकता है, जिससे आवासयक होती समस्याएं जैसे कि डिप्रेशन और अचानक मूड स्विंग्स।– शारीरिक स्वास्थ्य की कमी: नियमित नींद लेने से हमारी शारीरिक क्षमता बढ़ती है, जबकि रात को देर सोने से शारीरिक स्वास्थ्य में कमी आ सकती है। यह बढ़ता है शरीर में दर्द, थकान और तंत्रिका सिस्टम में असमंजस का कारण बन सकता है।
– डाइबिटीज और मेटाबोलिक सिंड्रोम: अनियमित नींद लेने से रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि हो सकती है जो डाइबिटीज और मेटाबोलिक सिंड्रोम की संभावना को बढ़ा सकती है।
– हृदय रोग: अनियमित नींद के कारण हृदय रोगों की संभावना बढ़ सकती है, क्योंकि यह हृदय के लिए जरूरी आराम और पुनर्जीवन का समय प्रदान नहीं करता है।