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Health Tips and Health News Garlic-Onion लहसुन-प्याज : इसमें एलिसिन नाम का तत्व पाया जाता है। ये सूजन व जलन कम करता है और संक्रमण से निपटने में मदद करता है। ये फेफड़ों में घुसे प्रदूषक कणों को खत्म कर देता है। अस्थमा में लहसुन का सेवन लाभकारी होता है। लंग कैंसर में भी ये गुणकारी होता है।
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Apples सेब : फ्लेनॉयड्स, विटामिन ई और विटामिन सी तीनों फेफड़ों को बेहतर तरीके के काम करने में मददगार होते हैं। सेब में ये तीनों पाए जाते हैं। इसके लिए बच्चों को सेब का जूस पिलाएं व बड़ों को सेब खाना चाहिए।
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Vitamin-C विटामिन-सी : फेफड़ों को सेहतमंद रखने में विटामिन सी की बड़ी भूमिका होती है। ये फेफड़ों को पूरे शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। संतरा, नींबू, अंगूर, टमाटर, ब्रोकली आदि फलों और सब्जियों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां, जैसे पालक, ब्रोकोली, और केल, फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होती हैं जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकती हैं। ये सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट के भी अच्छे स्रोत हैं, जो मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद करते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फल विटामिन, खनिजों, और फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं, जो सभी फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। संतरे, अंगूर, और ब्लूबेरी जैसे फल विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत हैं, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है।
अखरोट और बादाम ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत हैं, जो फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। ये फैटी एसिड सूजन को कम करने और फेफड़ों के कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
लहसुन में सल्फर यौगिक होते हैं जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। ये यौगिक सूजन को कम करने और फेफड़ों के संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। ग्रीन टी
ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को बेअसर करने में मदद कर सकते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
दही प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है, जो स्वस्थ आंत के बैक्टीरिया हैं। स्वस्थ आंत का स्वास्थ्य फेफड़ों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। सेब का सिरका
सेब का सिरका एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकता है। यह सूजन को कम करने और फेफड़ों के संक्रमण से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकते हैं। यह सूजन को कम करने और फेफड़ों के संक्रमण से लड़ने में भी मदद कर सकता है।
हल्दी में करक्यूमिन नामक एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो फेफड़ों की रक्षा करने में मदद कर सकता है। यह सूजन को कम करने और फेफड़ों के संक्रमण से लड़ने में भी मदद कर सकता है।