काली मिर्च के पोषक तत्व- black pepper nutrients
काली मिर्च विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी और विटामिन बी6, थायमीन, नियासिन, सोडियम, पोटैशियम से भरी होती है। इतने सारे गुण होने के कारण ये सेहत के लिए फायदेमं भी होती है। तो चलिए जानें कि काली र्मिच का सेवन कैसे, कितना करना चाहिए और इसके क्या-क्या शरीर को लाभ मिलते हैं।
काली मिर्च विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, विटामिन सी और विटामिन बी6, थायमीन, नियासिन, सोडियम, पोटैशियम से भरी होती है। इतने सारे गुण होने के कारण ये सेहत के लिए फायदेमं भी होती है। तो चलिए जानें कि काली र्मिच का सेवन कैसे, कितना करना चाहिए और इसके क्या-क्या शरीर को लाभ मिलते हैं।
काली मिर्च से शरीर को मिलते हैं ये लाभ- body gets these benefits from black pepper जोड़ों के दर्द में लाभकारी– जोड़ों का दर्द, गठिया,आदि में काली मिर्च का सेवन बहुत लाभकारी होता है। काली मिर्च में पकाए तेल की मालिश करने से भी जोड़ों को आराम मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार काली मिर्च में वात का कम करने का गुण पाया जाता है। इसलिए काली मिर्च गठिया के दर्द को कम करने के लिए एक बेहतर उपाय है।
थकान और आलस दूर करने में मददगार– शरीर की कमजोरी और आलस्य को दूर करने में भी काली मिर्च बहुत लाभकारी है। इसकी 4-5 काली मिर्च के दाने, सोठ, दालचीनी, लौंग और इलायची को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिक्स कर लें और इसे चाय की तरह उबालें। अब इसमें दूध और शक्कर मिलाकर पीने से आपको लाभ होगा।
थकान और आलस दूर करने में मददगार– शरीर की कमजोरी और आलस्य को दूर करने में भी काली मिर्च बहुत लाभकारी है। इसकी 4-5 काली मिर्च के दाने, सोठ, दालचीनी, लौंग और इलायची को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में मिक्स कर लें और इसे चाय की तरह उबालें। अब इसमें दूध और शक्कर मिलाकर पीने से आपको लाभ होगा।
इम्यूनिटी बढ़ाने वाला- काली मिर्च में विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। काली मिर्च से बने काढ़े का सेवन कर इम्यूनिटी को मजबूत बनाया जा सकता है। चाहे तो इसे चाय में डालकर भी पी सकते हैं।
वेट लॉस होता है तेज- काली मिर्च में मौजूद पाइपरिन एंटी ओबेसिटी होता है। वेट लॉस के लिए इसे आप अपनी डाइट का हिस्सा बना लें। डायबिटीज- अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए काली मिर्च का सेवन फायदेमंद हो सकता है। काली मिर्च में एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक एजेंट होते हैं, जो रक्त में ग्लूकोज की मात्रा को कम करने में मदद करते हैं।
स्किन एलर्जी को दूर करने वाला– काली मिर्च के तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं, मुहांसे, मच्छरों के काटने से होने वाली एलर्जी और खुजली में इसका तेल बहुत लाभकारी होता है।
ब्लड प्रेशर- ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी काली मिर्च का सेवन करना काफी लाभकारी माना जाता है। काली मिर्च को किशमिश के साथ सेवन करने से ब्लड प्रेशर की समस्या को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
एलर्जी और जुकाम में फायेदमंद- एंटी ऑक्सीडेंट से भरी काली मिर्च इंफेक्शन को दूर करने में मददगार होती है। जुकाम और एलर्जी में इसे खाना बहुत फायदेमंद होता है। खांसी में इसे शहद के साथ मिलकार और जुकाम या एलर्जी में इसक काढ़ा या चाय पीना लाभकारी होता है।
एक दिन में कितना कालीमिर्च लेना चाहिए- How much black pepper should be taken in a day
काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में लेना चाहिए। काली मिर्च का 2 ग्राम चूर्ण या दस दाने तक पानी से घोंटे जा सकते हैं।
काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में लेना चाहिए। काली मिर्च का 2 ग्राम चूर्ण या दस दाने तक पानी से घोंटे जा सकते हैं।
कैसे लेना चाहिए कालीमिर्च- How to take black pepper
काली मिर्च को किसी भ तरह से लिया जा सकता है, लेकिन औषधि रूप में लेने के लिए जरूरी है कि आप या ता इसके दाने गुनगुने पानी से घोंट लें। या तो आप इसे चाय, काढ़े अथवा शहद के साथ ले सकते हैं। दूध में भी इसे उबाल कर पीना लाभकारी होता है।
काली मिर्च को किसी भ तरह से लिया जा सकता है, लेकिन औषधि रूप में लेने के लिए जरूरी है कि आप या ता इसके दाने गुनगुने पानी से घोंट लें। या तो आप इसे चाय, काढ़े अथवा शहद के साथ ले सकते हैं। दूध में भी इसे उबाल कर पीना लाभकारी होता है।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।