कैंसर से बचाता है अमरूद : Guava protects against cancer
अमरूद में विटामिन सी के अलावा लाइकोपीन, क्वेरसेटिन और अन्य पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं। ये एंटीऑक्सिडेंट स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं। इन तत्वों के माध्यम से शरीर में उत्पन्न मुक्त कणों को निष्क्रिय किया जाता है, जिससे कैंसर कोशिकाओं का विकास रुकता है। इस प्रकार, कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को नियंत्रित किया जा सकता है।
डायबिटीज में फायदेमंद है अमरूद : Guava is beneficial in diabetes
डायबिटीज की समस्या लोगों में काफी बढ़ती जा रही है। यह अब एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। डायबिटीज के मरीजों को कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यदि आप डायबिटीज से प्रभावित हैं, तो अमरूद के छिलके का सेवन आपके लिए लाभकारी हो सकता है। अमरूद के छिलके में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। अमरूद का सेवन करने से ग्लाइसेमिक इंडेक्स में कमी आती है, जो मधुमेह से संबंधित समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करें अमरूद : Guava boosts immunity
अमरूद विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत है। यह विटामिन हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अमरूद में संतरे की तुलना में चार गुना अधिक विटामिन सी पाया जाता है। कई शोधों ने यह सिद्ध किया है कि विटामिन सी रोगाणुओं के खिलाफ हमारी रक्षा करने में सहायक होता है। अमरूद का सेवन आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होगा।
कब्ज की समस्या को दूर करें अमरूद : Guava can cure constipation problem
अमरूद में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। फाइबर कब्ज से भी राहत दिलाता है। यह आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया की वृद्धि को बढ़ावा देता है, जो पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है। यदि आप नियमित रूप से एक सामान्य आकार का अमरूद खाते हैं, तो आपके शरीर को 12% फाइबर प्राप्त होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को सुधारता है।
स्किन एलर्जी में फायदेमंद अमरूद : Guava is beneficial in skin allergies
अमरूद स्किन एलर्जी को ठीक करने में सहायक हो सकता है। विशेष रूप से, अमरूद के पत्तों का उपयोग स्किन की एलर्जी और खुजली को कम करने के लिए किया जा सकता है। इन पत्तों में एंटी-एलर्जी गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।