क्या है बवासीर what is Hemorrhid
बवासीर (hemorrhid) के कारण आपके गुदा और मलाशय की नसों में सूजन उत्पन्न होती है, जिससे आपको दर्द, खुजली और कभी-कभी रक्तस्राव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस सूजन को मस्से के नाम से भी जाना जाता है, जो मलाशय के अंदर और बाहर दोनों स्थानों पर हो सकते हैं। इन मस्सों के बढ़ने से आपको मल त्याग के समय तीव्र दर्द का अनुभव होता है।बवासीर के लक्षण Symptoms of Hemorrhid
- गुदा के आस-पास कठोर गांठ जैसी महसूस होती है। इसमें दर्द रहता है, तथा खून भी आ सकता है।
- शौच के बाद भी पेट साफ ना हेने का आभास होना।
- शौच के वक्त जलन के साथ लाल चमकदार खून का आना।
- शौच के वक्त अत्यधिक पीड़ा होना।
- गुदा के आस-पास खुजली, एवं लालीपन, व सूजन रहना।
- शौच के वक्त म्यूकस का आना।
- बार-बार मल त्यागने की इच्छा होना, लेकिन त्यागते समय मल न निकलना।
बवासीर होने पर अपनाएं ये उपाय Follow these remedies if you have Hemorrhid
नारियल तेल का उपयोग बवासीर (hemorrhid) को ठीक करने के लिए नारियल के तेल का उपयोग दो तरीकों से किया जा सकता है नारियल के तेल का सेवन करके या इसे लगाकर इसका उपयोग किया जा सकता है। बवासीर के लक्षणों से राहत पाने के लिए ये दोनों तरीके कारगर साबित होते हैं।
पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं बवासीर और कब्ज को समाप्त करेन के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी माना जाता है। पाइल्स विशेषज्ञ दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह देते हैं। पानी को बवासीर के लिए सबसे अच्छा और सस्ता उपाय माना गया है क्योंकि यह मल को नरम करने में मदद करता है।
फाइबर का सेवन यदि हम फाइबर से भरपूर चीजों के सेवन करते हैं तो इससे मल नरम और आसान हो सकता है और बवासीर के इलाज और रोकथाम में मदद मिल सकती है। पीने का पानी और अन्य तरल पदार्थ, जैसे कि फलों का रस और साफ सूप, आपके आहार में फाइबर को बेहतर ढंग से काम करने में मदद कर सकते हैं।
एलोवेरा जेल का उपयोग बवासीर के इलाज के लिए एलोवेरा एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है। एलोवेरा का उपयोग बवासीर से राहत पाने के लिए प्राचीन काल से किया जा रहा है। यह आसानी से उपलब्ध है और बवासीर के लक्षणों को जल्दी ठीक करता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।