ये समस्या आंखों में अक्सर गर्मियों के मौसम में होती है। कंजक्टिवाइटिस होने के पीछे फंगल, वायरल, बैक्टेरियल इन्फेक्शन होने कि संभावना बढ़ जाती है। आंखों से जुड़ी बीमारी अधिकतर तब होती है जब आंखों में पसीने कि बूदें चली जाएँ, या व्यक्ति बिना हांथों को धुले हुए ही हाँथ लगा ले। इसके होने पर आंखों का लाल हो जाना, बार-बार आंखों निकलने के जैसी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
गर्मियों के मौसम में आँखों में जलन कि समस्या बहुत ही ज्यादा कॉमन होती है, ये प्रॉब्लम तब होती है जब गर्मियों में हवा में मौजूद पैथोजन्स आंखों को प्रभावित करते हैं। जिसकी वजह से बार-बार खुजली, आंखों का लाल हो जाना के जैसी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
ज्यादा देर यदि आप धूप में बिना चश्मे के रहते हैं तो आपको कॉर्नियल बर्न्स की समस्या हो सकती है, इसकी वजह से धीरे-धीरे आंखों कि रोशनी चली जाती है और चीजें धुंधली दिखाई पड़ती हैं, वहीं व्यक्ति को ज्यादा दूर की चीजें दिखाई नहीं पड़ती हैं। इसलिए धूप में निकलते समय हर समय चश्मे को जरूर लगा कर रखना चाहिए।
स्टाई भी आंखों से जुड़ी गंभीर बीमारी होती है, इसके होने पर आंखों में सूजन आ जाती है और आंखें लाल हो जाती हैं। इसलिए यदि आंखों में अधिक सूजन बनी रहती हो तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करने कि जरूरत होती है।
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ड्राई आय की समस्या अक्सर तब होती है जब आंखों को उचित मात्रा में पानी नाहीं पंहुच पाता है, वहीं इसके होने पर डिहाइड्रेशन भी बढ़ जाता है। ड्राई आय होने पर आंखें सूखी और सूजी हुई लगती हैं, साथ ही साथ बहुत ही ज्यादा इर्रिटेट भी करती हैं।
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